गया: बिहार के गया में पितृपक्ष मेला (Pitrupaksha Mela In Gaya) 9 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले को लेकर प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में है. इस बीच पितृपक्ष मेला के 3 दिन पहले ही करीब 5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों की बुकिंग हो (Over 5 lakh pilgrims booked) चुकी है. पितृपक्ष मेले के 3 दिन पहले ही यह आंकड़ा पंडा समाज की इंक्वायरी में सामने आया है. इससे अंदाजा लगाया जा रहै है कि इस साल 8 से 10 लाख के बीच तीर्थयात्री गया जी में आएंगे.
इसे भी पढ़ें: पितृपक्ष के पहले दिन फल्गु नदी के तट पिंडदान जारी, जानें विधि-विधान और महत्व
गांधी मैदान में बनाया जा रहा टेंट सिटी: कोरोना काल के 2 वर्ष बाद पितृपक्ष मेले की शुरुआत हो रही है. कोरोना काल में 2 सालों तक तीर्थयात्री गया नहीं आए थे. ऐसे में इस साल पंडा समाज और जिला प्रशासन को पूरी संभावना है कि काफी संख्या में पिंडदानी यहां आएंगे. इसे लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. गया के गांधी मैदान में टेंट सिटी बनाया जा रहा है. इस संबंध में विहिप नेता सह गया पंडा समाज के तीर्थ पुरोहित प्रेमनाथ टइया बताते हैं कि जितने भी पिंडदानी-तीर्थयात्री आएंगे, उनमें से 75 फीसदी का आवासन का भार अकेले पंडा समाज उठाता है.
5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों की हो चुकी बुकिंग: पंडा समाज के पास इसकी सुचारू व्यवस्था है, जो कि तीर्थयात्रियों के लिए सेवार्थ व्यवस्था रखते हैं. इस तरह यदि दुगुने यात्री भी आएंगे तो उन्हें रहने की कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन वे जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि तीर्थ यात्रियों की भीड़ को लेकर थोड़ी व्यवस्था को और दुरुस्त रखा जाए, जिससे कि तीर्थ यात्रियों को परेशानी नहीं हो. प्रेमनाथ टइया ने बताया कि अब तक 5 लाख से अधिक की बुकिंग हो चुकी है. गया पंडा समाज के इंक्वायरी के अनुसार होटल, धर्मशाला व पंडा समाज के आवासन स्थल को मिलाकर एक अनुमान है, अब तक 5 लाख से अधिक की एडवांस बुकिंग हो (Over 5 lakh pilgrims booked) चुकी है.
पंडा समाज के लिए हर्ष का है विषय: प्रेमनाथ टइया ने बताया कि 2 साल की गैपिंग के बाद पितृपक्ष मेला पंडा समाज के लिए हर्ष का विषय है. वहीं तीर्थ यात्रियों की भी आशा थी कि दो साल गयाजी में प्रवास नहीं किया है, तो ऐसे में इस बार हर साल की भांति दुगुनी भीड़ लगेगी. ऐसे में कोरोना काल में लाखों- लाख लोगों का निधन हुआ है और उनकी आत्मा की शांति के लिए सबकी इच्छा रहती है, कि सब तीर्थ बार-बार गया जी एक बार जरूर आएं. इस तरह से गया आने को तीर्थयात्री उत्साहित हैं.
"पिछली बार टेंट सिटी सफल नहीं हुआ था, किंतु इस बार टेंट सिटी में स्वास्थ्य, सफाई, सुरक्षा की पूर्ण व्यवस्था किया जाए. बताया कि वहीं जिलाधिकारी ने भी आग्रह किया है कि पंडा समाज के लोग पिंडदानियों को टेंट सिटी में रहने का भी सुझाव दें." - प्रेमनाथ टइया, विहिप नेता
ये भी पढ़ें-गया जी और तिल में है गहरा संबंध, पिंडदान से लेकर प्रसाद तक में होता है उपयोग