गया : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र के अतरी विधानसभा के महकार में उन्होंने मतदान किया. मतदान के दौरान कतार में खड़े ग्रामीणों ने मांझी को लाइन में नहीं लगने दिया. लोगों ने आग्रह कर मांझी को पहले मतदान करने की अपील की.
'बिहार में महागठबंधन को 30 से ज्यादा सीटें आएंगी'
जीतन राम मांझी ने उच्च मध्य विद्यालय महकार में पहला मतदान किया. मतदान करने के बाद जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान गलत बयानबाजी की है. इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा. मतगणना के पहले ही नरेंद्र मोदी केदारनाथ में सन्यासी बन गए हैं. 23 मई के बाद रिजल्ट आने पर मोदी हमेशा के लिए सन्यासी बन जाएंगे. मांझी ने दावा किया है कि केन्द्र में महागठबंधन की सरकार बनेगी. बिहार में महागठबंधन को 30 से ज्यादा सीटें आएंगी. हालांकि उन्होंने माना कि महागठबंधन में ठीक से सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है.
जहानाबाद में त्रिकोणीय मुकाबला
इस चुनाव में एनडीए ने जेडीयू प्रत्याशी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को मैदान में उतारा है. तो वहीं आरजेडी ने अपने पुराने चेहरे पर ही भरोसा जताया है. सुरेंद्र यादव यहां से पहले भी सांसद रह चुके हैं. वहीं अरुण कुमार ने चुनावी मैदान में आकर यहां की लड़ाई त्रिकोणीय बना दी है. कुल मिलाकर इसबार चुनावी मैदान में कुल 13 प्रत्याशी हैं.
भूमिहार और यादव बहुल सीट
जहानाबाद भूमिहार और यादव बहुल सीट है. अरुण कुमार भूमिहार जाति से आते हैं. 2014 में अरुण एनडीए का हिस्सा थे और उन्होंने आरएलएसपी के टिकट पर चुनाव जीता था. लेकिन इस बार वह महागठबंधन का हिस्सा हैं. अरूण कुमार पहले समता पार्टी, फिर जेडीयू और बाद में आरएलएसपी से जुड़े. आरएलएसपी से बाहर होने के बाद इस बार वह अपनी खुद की पार्टी आरएलएसपी सेक्युलर के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं.
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
अरूण कुमार संसदीय कार्यवाही में काफी सक्रिय रहे हैं. 16 वीं लोकसभा के दौरान डॉ. अरुण कुमार ने 57 बहसों में हिस्सा लिया. एक प्राइवेट मेंबर बिल भी वे संसद में लेकर आए. साथ ही उन्होंने विभिन्न मुद्दों से जुड़े 61 सवाल संसद के पटल पर पूछे.
विधानसभा सीटों का समीकरण
जहानाबाद संसदीय क्षेत्र के तहत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं जिनमें अरवल, कुर्था, जहानाबाद, घोसी, अतरी और मखदूमपुर. इनमें से मखदूमपुर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. ये सीटें जहानाबाद और अरवल जिलों में पड़ती हैं, जबकि एक सीट गया जिले के अन्तर्गत भी आती है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इन 6 सीटों में से 4 आरजेडी ने, जबकि 2 सीटें जेडीयू ने जीतीं.
सांसद बदलने की परंपरा
इस सीट से 6 बार सीपीआई को जीत मिली. सीपीआई नेता रामाश्रय प्रसाद सिंह जहानाबाद से 4 बार चुनकर लोकसभा गए. 1999 चुनाव में अरुण कुमार ने जेडीयू के टिकट पर आरजेडी उम्मीदवार को हराया. 2004 के चुनाव में आरजेडी के गणेश प्रसाद सिंह ने अरुण कुमार को मात दी. लेकिन 2009 के चुनाव में जेडीयू से जगदीश शर्मा आरजेडी के सुरेंद्र प्रसाद यादव को मात दी. 2014 के मोदी लहर में एनडीए की सहयोगी आरएलएसपी के टिकट पर यहां से दूसरी बार डॉ. अरुण कुमार जीते.