गया: बोधगया में मंगलवार को फ्रांस से 17 सदस्यीय शिष्टमंडल का आगमन हुआ. इस दल का बोधगया के रति बिगहा गांव स्थित जेने अमिताभ वेलफेयर ट्रस्ट के लोगों ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान बच्चों ने आकर्षक प्रस्तुति की. इस मौके पर फ्रांसीसी युवक माजेश ने कहा कि वे लोग फ्रांस के ला-रीयूनियन शहर से आए हैं. वे साल 2003 में भी एक बार बोधगया आ चुके हैं. इस बार और ज्यादा लोगों के साथ वे लोग बोधगया की धरती पर पहुंचे हैं.
'सामाजिक कार्यों के लिए हमेशा रहें तैयार'
संस्था के फाउंडर मेंबर आनंद विक्रम ने कहा कि बोधगया के आसपास के गांवो के निर्धन और अनुसूचित जाति के बच्चों को निशुल्क शिक्षा यहां दी जाती है. उन्होंने कहा कि इस काम में समय-समय पर विदेशी मेहमान भी यहां आकर उनकी मदद करते हैं. गरीब बच्चों को यहां पढ़ाई के अलावा कंप्यूटर की शिक्षा, सिलाई, कढ़ाई, योगा और कराटे भी सिखाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि हम देश के अन्य लोगों से भी यही मांग करते हैं कि इस तरह के सामाजिक कार्यों के लिए हमेशा तैयार रहें.
फ्रांस से आए विदेशी मेहमान
बता दें कि भगवान बुद्ध ने बोधगया में बुद्धत्व को प्राप्त कर पूरी दुनिया में सत्य, अहिंसा, प्रेम और करुणा का संदेश दिया था. यही वजह है कि यहां विदेशों से भी काफी संख्या में विदेशी मेहमान बोधगया आते हैं. साथ ही यहां आकर सामाजिक कार्य करने वाले लोगों का सहयोग भी करते हैं. ऐसे में फ्रांस देश के ला-रीयूनियन शहर से आए 17 सदस्यीय शिष्टमंडल ने बोधगया के जेने अमिताभ वेलफेयर ट्रस्ट के लोगों को सहयोग करने की बात कही. उन्होंने कहा कि हम लोगों से जितना सहयोग हो सकेगा, इस स्कूल के बच्चों के लिए वह करेंगे.