मोतिहारी: अपनी करीबी रिश्तेदार से दिल लगाना एक युवक (Murder For Loving Close Relative In Motihari) को महंगा पड़ा. युवक की सिर कटी लाश को बीती रात कब्र खोदकर निकाला गया. शव को तेजाब से जला देने की बात भी बतायी जा रही है. मृतक किशन कुमार (Murder In Motihari) चकिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 10 राजेंद्र नगर का रहने वाला था. वह विगत 19 मई को चकिया में ही एक पूजा मटकोर का भोज खाने गया था, जहां से वह लापता हो गया था. मामला पूर्वी चंपारण जिले के चकिया थाना क्षेत्र (Honor Killing In Chakia Thana Area) का है.
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प्यार करना पड़ा महंगा: मृतक के भाई चंदन चौधरी ने बताया कि उसका भाई किशन कुमार ई रिक्शा चलाता था. वह 19 मई को चकिया इमादपट्टी गोलक्षणी के रहने वाले शंभू चौधरी के पुत्र चंदन कुमार के पूजा मटकोर के भोज में गया था. उसी रात 11 बजे किशन की मां ने फोन किया, तो उसने अपनी मां को कहा कि आ रहे हैं लेकिन वह नहीं लौटा. उसके बाद घर के लोग इमादपट्टी शंभू चौधरी के घर पहुंचे तो किशन की बाइक वहां लगी थी और वह गायब था.
लड़की के घरवाले थे नाराज: काफी खोजबीन के बाद भी किशन का पता नहीं चला. उसी दौरान शंभू चौधरी के पुत्र चंदन ने बताया कि किशन हमेशा उसकी चचेरी बहन से बात करता था. जिससे उसके चाचा जगदीश चौधरी के परिवार के लोग नाराज थे. उन लोगों से पता करो. किशन के बारे में पूछे जाने पर जगदीश चौधरी ने इंकार कर दिया. उसके बाद पंचायती भी हुई लेकिन किशन का पता नहीं चला. फिर किशन के परिवार के लोगों ने 21 मई को थाना में आवेदन देकर जगदीश चौधरी और उसके पुत्र पंकज चौधरी को आरोपित किया लेकिन पुलिस किशन का पता लगा पाने में विफल रही.
परिजनों ने शव को पैर से पहचाना: वहीं किशन की खोज उसके परिवार वाले कर रहे थे. किशन की तस्वीर लेकर खोज रहे उसके परिजन को मधुबन थाना क्षेत्र के बंजरिया गांव के सरेह में सिरकटी लाश देखे जाने और दफनाये जाने की जानकारी मिली. परिजन वहां पहुंचे तो किशन की अंगुठी मिली जिससे उसकी पहचान हुई. उसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. फिर मजिस्ट्रेट की देख रेख में दफन किए गए शव को निकाला गया तो उसके पैर से उसकी पहचान हुई.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों के अनुसार सिर कटी और तेजाब से जली हुई लाश मिलने के बाद पुलिस को सूचना दी गई थी लेकिन पुलिस ने इस मामले को लेकर लापरवाही बरती. जिसके बाद ग्रामीणों ने शव को गड्ढा खोदकर दफना दिया था. जिसे बीती रात खोदकर बाहर निकाला गया और उसकी शिनाख्त किशन के रूप में हुई.
कुछ दिन पहले भी हुई थी मारपीट: बता दें कि किशन कुमार के पिता मनोज चौधरी के रिश्तेदार जगदीश चौधरी हैं, जिनकी बेटी से वह बात करता था. परिजन के अनुसार किशन और लड़की के बीच लगभग नौ महीने से आपस में बात होती थी और प्रेम प्रसंग की बातें भी सामने आ रही हैं. यह बात लड़की के पिता जगदीश चौधरी और भाई पंकज चौधरी को नागवार लगती थी. जिस कारण कुछ दिनों पूर्व किशन के साथ मारपीट भी की गयी थी. लड़की से बातचीत करने के कारण किशन की हत्या किए जाने का आरोप उसके परिजन लगा रहे हैं. किशन की सिरकटी लाश के बचे कुछ भाग को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है जहां से उसे मुजफ्फरपुर भेज दिया गया है.
"हमलोग सात आठ दिन से किशन का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे. पता करते करते हम लोग फोटो लेकर मधुवन पहुंचे. मधुवन के लोगों ने बताया कि एक लावारिस लाश दफनाया गया है. चार-पांच दिन से बदबू आ रही थी इसलिए दो दिन पहले ग्रामीणों ने उसे दफना दिया. हम लोग देखे कि लाश दफनाया गया है. साथ ही वहां ब्लड के साथ ही किशन की अंगुठी भी गिरी हुई थी. अंगुठी से कंफर्म हो गया कि शव किशन का है."- चंदन चौधरी, मृतक का बड़ा भाई
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