पूर्वी चंपारण: जिले के समहरणालय में एक महिला अपने दुधमुहा बच्ची और पति के साथ अनशन पर बैठी हुई है. महिला ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के ऊपर सेविका बहाली में धांधली का आरोप लगाया है. इस महिला का नाम अंजू कुमारी है. वहीं इसके अनिश्चितकालिन अनशन के दो दिन बीत चुके हैं.
इस मामले में महिला का कहना है कि पहले भी वो सेविका के पद पर अपनी बहाली को लेकर तीन बार अनशन कर चुकी है. वहीं मेहसी प्रखंड बीडीओ ने कहा कि यह महिला बिना आमसभा के बहाली पत्र चाहती है. जो सरकारी नियमनुसार से बिल्कुल गलत है.
सेविका बहाली में देरी के कारण महिला का अनशन
दरअसल, जिले के मेहसी प्रखंड स्थित भीमलपुर पंचायत के वार्ड नंबर 13 में सेविका की बहाली होनी है. इससे पहले जब भी आंगनबाड़ी सेविका की बहाली को लेकर आमसभा का आयोजन किया गया. तो उस आमसभा में सेविका पद के लिए आवेदन करने वाली अभ्यर्थियों के समर्थकों ने हर बार मारपीट करके सभा को भंग कर दिया है. इस कारण हर बार आमसभा रद्द करना पड़ता है. लेकिन, सेविका पद की दावेदार आवेदिका अंजू कुमारी ने कहा कि सेविका चयन में धांधली की जा रही है.
पूरे परिवार के साथ आमरण अनशन पर बैठी महिला
अंजू कुमारी ने सीडीपीओ पर आरोप लगाते हुए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के यहां आवेदन दिया था. इस आवेदन के तहत जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने आमसभा आयोजित कर जल्द सेविका बहाली करने का निर्देश सीडीपीओ को दिया था. लेकिन बहाली नहीं हो पाने के कारण अंजू कुमारी अपने परिवार के साथ चौथी बार आमरण अनशन पर बैठ गई है.
सीडीपीओ ने दिया आश्वासन
इस मामले में मेहसी प्रखंड की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रीमा कुमारी का कहना है कि अंजू कुमारी बिना आमसभा का नियोजन पत्र मांग रही है. यह नियमनुसार गलत है. उन्होंने कहा कि अंजू कुमारी ने उन्हें परेशान करके रख दिया है. जबकि डीपीओ कार्यालय से आमसभा आयोजित कर सेविका बहाली करने का निर्देश दिया गया है. फिर भी वह अनशन पर बैठी हुई है. वहीं इतना होने के बाद भी सीडीपीओ अनशन पर बैठी अंजू कुमारी से मिलने अनशन स्थल पर आई थी. इसके बाद सीडीपीओ ने जल्द हीं आमसभा आयोजित कर सेविका के चयन का आश्वासन अंजू कुमारी को देते हुए अनशन समाप्त करने की अपील की. लेकिन अंजू कुमारी बिना आमसभा के ही चयन पत्र देने की मांग पर अड़ी हुई है और उसने अपना अनशन जारी रखा है.