मोतिहारी: जिले के सदर प्रखंड के पटपरिया गांव की सड़क को देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है कि यह सड़क है या कोई तालाब. इन दिनों इस गांव की सड़क पर होने वाली जलजमाव की समस्या चरम पर है. जल निकासी की सुविधा नहीं होने के कारण सड़क पर सालों भर पानी जमा रहता है. गांव की इस समस्या को लेकर ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक गुहार लगा चुके हैं. लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई है.
'तालाब के अतिक्रमण से है जलजमाव'
ईटीवी भारत से अपनी समस्या बताते हुए ग्रामीण और रामजानकी मंदिर पटपरिया के अध्यक्ष राधाकांत सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने कहा कि अभी गर्मी का मौसम है और बरसात आना बाकी है. जब बरसात का मौसम आएगा तब इस सड़क का हाल और बुरा होता है. उन्होंने सड़क पर हुए जलजमाव का कारण बताते हुए कहा कि इस सड़क के दोनों तरफ तालाब था. जिसमें सड़क का पानी चला जाता था. जिस तालाब में मिट्टी भर कर दबंगों ने उसपर कब्जा कर लिया है.
कई जगह गुहार लगा चुके हैं ग्रामीण
ग्रामीण ईश्वर नारायण सिंह ने बताया कि सड़क पर होने वाले इस जलजमाव और तालाबों के अतिक्रमण को लेकर गांव वाले हर स्तर के अधिकारियों के यहां लिखित आवेदन के साथ कई बार गुहार लगा चुके हैं. लेकिन, आवेदन पर विचार नहीं किया जाता है. एक लंबे अरसे से 5 हजार के करीब आबादी इस परेशानी को झेल रही है. लेकिन, कोई सुनवाई नहीं की जा रही है.
सालों भर रहता है यही हाल
जलजमाव से परेशान शिवशंकर ठाकुर बताते हैं कि उनलोगों को सालों भर इसी स्थिति का सामना करना पड़ता है. जलजमाव के कारण लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है. वे किसी तरह इस नरक में गुजर-बसर करने को मजबूर हैं. इस समय जब कोरोना का संकट इतना गहराया हुआ है वैसे में जलजमाव और गंदगी मुसीबतें दोगुनी कर रहे हैं. वहीं, इस पूरे मामले पर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने के तैयार नहीं नजर आ रहा है.