मोतिहारी: कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की तरफ से बाल दुर्व्यापार के खिलाफ मोतिहारी के आईएमए हॉल के सभागार में एक जनसंवाद का आयोजन हुआ. जनसंवाद का उद्घाटन मोतिहारी नगर निगम की मेयर अंजू देवी, जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी राकेश कुमार और आईसीडीएस की निधि कुमारी ने संयुक्त रुप से किया. कार्यक्रम में चाइल्ड ट्रैफिकिंग को रोकने पर चर्चा हुई. साथ हीं बाल मजदूरी से मुक्त कराए गए बच्चों ने अपना अनुभव शेयर किया.
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मानवता के लिए कलंक है चाइल्ड ट्रैफिकिंग
जनसंवाद को संबोधित करते हुए मोतिहारी नगर निगम की मेयर अंजू देवी ने कहा कि बच्चों के साथ जुल्म मानवता के लिए कलंक है. उन्होंने कहा कि बाल शोषण किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं हो सकता है. बाल संरक्षण पदाधिकारी राकेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि विलेज माइग्रेशन रजिस्टर और गांव बाल रक्षा समिति को सुचारू रूप से बनाने के साथ उसे क्रियात्मक करने के लिए बाल संरक्षण इकाई तत्पर है. उन्होंने बच्चों के संरक्षण तंत्र को मजबूत करने के लिए गांव स्तर पर काम करने की बात कही.
बालश्रम से मुक्त बच्चों ने साझा किए अनुभव
कार्यक्रम में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के संयोजक पंकज कुमार ने विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रति घंटा 3 बच्चियों को रेप और 5 बच्चियों को यौन शोषण का सामना करना पड़ रहा है. दुनिया में 15 करोड़ 20 लाख बच्चे बाल मजदूर हैं.
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उन्होंने बताया कि बिहार से बहुत सारे बच्चे बाल व्यापार के जरिए बाहर जा रहे हैं. इसलिए जनसंवाद के माध्यम से सभी हित धारकों को एक मंच पर लाकर बाल व्यापार को दूर करने के लिए गांव स्तर पर सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है.
कार्यक्रम में बिहार और अन्य प्रदेशों में बालश्रम से मुक्त कराये गए बच्चों ने अपने अनुभव को साझा किया. जिससे उपस्थित लोग भावुक हो गए. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को 'झलकी' फिल्म दिखाया गया.