मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले में अवैध आरा मिल को जब्त करने गए वन कर्मी और अधिकारियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान 6 वनकर्मी जख्मी हो गए. जख्मियों में तीन की हालत गंभीर बनी हुई है. सभी को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बतरौलिया गांव की है. वनकर्मियों के बंधक बनने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन उग्र ग्रामीणों को शांत नहीं करा पाई. इसके बाद सदर एएसपी बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और वनकर्मियों को छुड़ाकर ले आए. साथ ही अवैध आरा मील को भी जब्त कर वन विभाग को सौंप दिया.
ग्रामीणों ने वाहनों को किया क्षतिग्रस्त
इस दौरान ग्रामीणों ने वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. वनकर्मियों के साथ अपना ट्रैक्टर लेकर गए रामनरेश ने बताया कि जब वे लोग वहां पहुंचे और आरा मील के मशीनों को खोलने लगे, तब ग्रामीणों ने हमला बोल दिया और सभी लोगों को बंधक बना लिया. बंधक बनाने के बाद ग्रामीणों ने ट्रैक्टर को क्षतिग्रस्त कर दिया और सभी की पिटाई करनी शुरु कर दी जिसमें कई लोगों को चोटें आई हैं.
वन विभाग के कर्मियों के साथ मारपीट
मामले की जानकारी देते हुए मोतिहारी वन प्रमंडल के डीएफओ ने बताया कि वन विभाग को सूचना मिली थी कि बतरौलिया का श्यामा प्रसाद कुशवाहा अवैध रुप से आरा मील का संचालन करता है. सूचना के आधार पर रेंजर के नेतृत्व में एक टीम आरा मील को उखाड़ने पहुंची. लेकिन आरा मील के मालिक और उसके सहयोगियों ने ग्रामीणों को भड़काकर वन विभाग की टीम पर हमला बोल दिया.
तीन की हालत गंभीर
ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम के साथ गए सैप जवान और मुफ्फसिल थाना के एक एअएसआई की भी जमकर पिटाई की. इस दौरान तीन वनकर्मी गंभीर रुप से जख्मी हो गए. डीएफओ ने बताया कि इस तरह के हंगामे और मारपीट से इनका हौसला कमजोर नहीं होगा. उनका विभाग पूरी सख्ती के साथ अवैध और गैरकानूनी काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगा.