मोतिहारी: सूबे में शराब बंदी कानून लागू है. इसे जिला प्रशासन के द्वारा सख्ती से पालन किया जाता है. इसी क्रम में जिले में शराब बंदी के बाद शराब पीते पकड़े गए दो सरकारी कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है. यह दोनों सरकारी कर्मी सदर अंचल के राजस्व कर्मचारी और अनुसेवी के रूप में कार्यरत थे. यह इस जिले में शराबबंदी के बाद किए गए किसी सरकारी कर्मी पर पहली कार्रवाई है.
दरअसल, 6 नवंबर 2017 की शाम जिलाधिकारी रमण कुमार, मोतीझील से संबंधित कागजात की जानकारी लेने अचानक सदर अंचल कार्यालय पहुंच गए थे. जहां कार्यालय के टेबल पर शराब की बोतल रखकर राजस्व कर्मचारी हारुन रशीद और अनुसेवी भोलाराम शराब पी रहे थे. जिलाधिकारी ने अपने गार्ड्स से दोनों को गिरफ्तार करवाने के बाद उत्पाद विभाग के अधिकारियों को बुलवाया. साथ ही उन दोनों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उन दोनों को तकत्काल नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया और चार्चशीट दाखिल की गई.
शराबबंदी कानून का किया जा रहा पालन
दोनों कर्मियों को जेल भेज कर उन पर विभागीय कार्रवाई शुरु की गई. विभागीय कार्रवाई के उपरांत जिलाधिकारी ने हारुन रशीद और भोला राम को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. वहीं, जिलाधिकारी ने बताया कि कार्रवाई में थोड़ा विलंब हुआ है. लेकिन शराब बंदी के बाद अंचल कार्यालय में शराब पीते पकड़े गए दोनों कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है और ग्रामीण विकास विभाग को दोनों कर्मियों की बर्खास्तगी की सूचना दे दी गई है. राज्य में शराबबंंदी कानून का पालन किया जा रहा है.