मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी चिमनी ब्लास्ट (Motihari Chimney Blast) में मरने वालों की संख्या 10 पहुंच गई है. सोमवार सुबह पटना एम्स में भर्ती अब्दुल हक की भी मौत हो गई. चिमनी ब्लास्ट में अब्दुल बुरी तरह जख्मी हुआ था. मृतक अब्दुल चिमनी मालिक नुरुल हक का भाई है. बीते रविवार को चिमनी मालिक नुरुल हक की भी मौत हो गई थी. एक ही परिवार के दो लोगों की मौत से घर में कोहराम मच गया है. इससे पहले आठ लोगों की मौत की सूचना थी.
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घर में मचा कोहराम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: चिमनी मालिक और उसके भाई की मौत से कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इससे पहले हादसे में रामगढ़ प्रखंड के तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी. जिनकी पहचान प्रखंड के नरीरगिर गांव में 15 वर्षीय मो. साजिद, 30 वर्षीय अनिल बैठा और मोहम्मद इरशाद के रूप में हुई थी. जबकि बीते शनिवार मोतिहारी अस्पताल में भर्ती एक मजदूर की मौत होने की पुष्टि हुई थी. इस तरह अब तक हादसे में 10 लोगों की मौत हो चुकी है.
मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित: डीएम कपिल अशोक ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई थी. जांच टीम में आपदा प्रभारी, श्रम अधीक्षक, रक्सौल एसडीओ के अलावा खनन पदाधिकारी के अधिकारी शामिल हैं. राहत और बचाव कार्य लगभग पूरा हो गया है. जबकि जख्मी लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. जिनमें से तीन की नाजुक हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स में भर्ती कराया गया. जिनमें से दो लोगों की मौत होने की सूचना है.
यह है पूरा मामला: जिला के रामगढ़वा थाना क्षेत्र में 23 दिसंबर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ था. थाना क्षेत्र के चंपापुर नरीरगिर चौक के समीप ईंट-भट्ठा में आग लगने के बाद उसका चिमनी ब्लास्ट के साथ नीचे गिर गया. जिसमें दबने से अब तक आठ लोगों की मौत होने की सूचना मिली थी. जबकि 9 लोग जख्मी बताए जा रहे थे. घायलों का सबसे पहले इलाज रामगढ़वा और सदर अस्पताल भर्ती कराया गया था. हादसे में ईंट भट्ठा के संचालक इरशाद अहमद की मौके पर ही मौत हो गयी थी.