पूर्वी चंपारण: जिले के मोतिहारी में नीलाम पत्र शाखा में कर्मियों के निलंबन मामले में कर्मचारी संघ का दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो गया. जिला समाहरणालय समेत जिले के सभी अनुमंडल, अंचल और प्रखंड कार्यालयों में हड़ताल का असर देखने को मिला. हड़ताल में शामिल कर्मियों ने उपस्थिति पंजी में अपनी हाजिरी बनाने के बाद कार्यालय के गेट पर ताला लगाकर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
हड़ताल जारी
वहीं, इस हड़ताल के बाद जिला प्रशासन ने कर्मचारियों को निलंबनमुक्त कर दिया. लेकिन फिर भी कर्मचारी संघ अपने घोषित दो दिवसीय हड़ताल पर अड़ा रहा. कर्मचारी नेता संजय सिंह का कहना है कि निंदक प्रस्ताव के साथ निलंबन वापसी मंजूर नहीं है. निंदक प्रस्ताव के कारण निलंबित कर्मचारियों को भविष्य में प्रोन्नति लेने में कठिनाई होगी. इसके अलावे भी कई मांग है जिस कारण हड़ताल जारी रहेगा. इसलिए जिला प्रशासन इस मामले पर जल्द विचार करें, नहीं तो इस हड़ताल के बाद आगे की रणनीति की जाएगी.
क्या है मामला
दरअसल, पिछले 19 अगस्त को नीलाम पत्र शाखा में नीलामवाद के वारंट पर एक ऋणी कार्यालय में कुर्सी पर बैठा था. इसी बीच एडीएम और डीडीसी निरीक्षण के लिए पहुंचे. जिसके बाद वारंटी को कुर्सी पर बैठा देख एडीएम भड़क गए और नीलामपत्र कार्यालय के सभी कर्मियों के निलंबन की अनुशंसा डीएम से कर दी. जिसके बाद जिले के डीएम ने कार्यालय के तीन कर्मियों को सस्पेंड कर दिया था. निलंबन के बाद बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ सक्रिय हुआ और निलंबित कर्मचारियों का निलंबन वापस लेने के लिए हड़ताल शुरु कर दिया .