पूर्वी चंपारण: यूपीएससी रिजल्ट (UPSC Result) आने के साथ ही पूर्वी चंपारण जिले के पताही प्रखंड स्थित नारायणपुर गांव में खुशियों की लहर दौड़ गई. नारायणपुर गांव के ही रहने वाले केंद्रीय तकनीकी विकास बोर्ड के सचिव राजेश पाठक के बड़े बेटे शुभंकर प्रत्यूष पाठक (Rajesh Pathak elder son Shubhankar Pratyush Pathak) ने अपने पिता के रास्ते पर चलते हुए यूपीएससी परीक्षा में 11वीं रैंक प्राप्त की है. संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी का रिजल्ट जारी किया है. यूपीएससी रिजल्ट आने के साथ ही पूर्वी चंपारण जिले के पताही प्रखंड स्थित नारायणपुर गांव में खुशी की लहर दौड़ गई.
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शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने क्रैक की यूपीएससी: नारायणपुर गांव के ही रहने वाले केंद्रीय तकनीकी विकास बोर्ड के सचिव राजेश पाठक के बड़े बेटे शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने अपने पिता के रास्ते पर चलते हुए यूपीएससी परीक्षा में 11वीं रैंक हासिल की है. हालांकि, शुभंकर प्रत्युष पाठक और उनका परिवार गांव में नहीं रहता है. गांव में उनका एक बड़ा मकान है, जिसमें ताला लटका हुआ है, लेकिन शुभंकर प्रत्युष पाठक की सफलता की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने मंदिर में पूजा अर्चना की और पूरे गांव में प्रसाद स्वरुप मिठाई बांटी. नारायणपुर गांव के रहने वाले शेष कुमार झा दिल्ली में शिक्षक हैं और वे छुट्टी में अपने गांव आए हुए हैं. शेष कुमार झा की यूपीएससी टॉपर शुभंकर प्रत्युष पाठक और उनके परिवार के काफी नजदीकी हैं. शुभंकर के यूपीएससी क्रैक करने की जानकारी मिलने पर उन्होंने खुशी व्यक्त की.
''शुभंकर के पिता राजेश पाठक ने आईआईटी करने के बाद एमबीए किया, फिर यूपीएससी की परीक्षा देकर आईएएस बने. राजेश पाठक के बेटे शुभंकर प्रत्युष पाठक बचपन से कुशाग्र बुद्धि के हैं. उन्होंने भी आईआईटी करने के बाद अपने पिता की तरह आईएएस बनने के लिए तैयारी शुरू की और यूपीएससी की परीक्षा में 11वीं रैंक लाकर गांव समेत पूरे जिले को गौरवान्वित किया है.''- शेष कुमार झा, ग्रामीण
नारायणपुर गांव में खुशी की लहर: यूपीएससी परीक्षा परिणाम आने के बाद शुभंकर की उपलब्धि जानकर गांव वालों में खुशी की लहर है. शुभंकर प्रत्युष पाठक और उनके पिता राजेश पाठक हमेशा समाज सेवा में लगे रहते हैं. यूपीएससी परीक्षा में 11वां स्थान लाने वाले शुभंकर प्रत्यूष पाठक दो भाई हैं. उसके घर में सभी आईआईटीयन हैं और उनके छोटे भाई भी आईआईटी से पास आउट है. मां गृहणी हैं. शुभंकर की प्राथमिक शिक्षा दिल्ली में ही हुई है. शुभंकर का परिवार यदा-कदा ही गांव में आता है. शुभंकर ने आईआईटी धनबाद से बीटेक किया है. बीटेक करने के बाद वह अपने पिता की तरह आईएएस बनने के लिए तैयारी में जुट गया. शुभंकर यूपीएससी परीक्षा 2021 में बैठे और उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी क्रैक कर ऑल इंडिया में 11वीं रैंक लाया है.
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