पूर्वी चंपारण(मोतिहारी): बिहार में अलग-अलग जिलों के बालिका गृह में रहने वाली लड़कियां नई इबारत लिखने जा रही हैं. समाज से तिरस्कृत बच्चियां हुनरमंद बनेंगी. सभी बेंगलुरु के अकादमी में होटल मैनेजमेंट की पढाई करेंगी. 29 दिसम्बर को सभी बेंगलुरू के लिए प्रस्थान करेंगी. वहां से पढाई पूरी करने के बाद समाज की मुख्य धारा से जुड़कर नयी जिंदगी की शुरुआत करेंगी.
16 लड़कियों का चयन
वर्तमान समय में मोतिहारी स्थित बालिका गृह में 57 लड़कियां आवासित हैं. जिनमें से तीन लड़कियों का चयन डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट के लिए हुआ है. चयनित लड़कियों में पटना की 5, मोतिहारी की 3 के अलावा बेगुसराय, गया, मधुबनी और पूर्णिया बालिका गृह में आवासित दो- दो बच्चियां शामिल हैं.
29 दिसम्बर को बेंगलुरू होंगी रवाना
बालिका गृह में रहने वाली राज्य की 16 लड़कियों का चयन डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट के लिए हुआ है. वर्तमान समय में मोतिहारी स्थित बालिका गृह में 57 लड़कियां आवासित हैं. जिनमें से तीन लड़कियों का चयन डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट के लिए हुआ है. सभी लड़कियां 29 दिसंबर को पटना से हवाई जहाज से बेंगलुरु रवाना होंगी.
सरकार उठाएगी खर्च
इन लड़कियों की पढ़ाई का पूरा खर्च बाल संरक्षण इकाई वहन के जरिए राज्य सरकार करेगी. बेंगलुरु में पढ़ाई के दौरान इन लड़कियों को कोई परेशानी ना हो. इसको लेकर बाल संरक्षण इकाई ने कार्य योजना भी तैयार कर ली है. मोतिहारी के जिलाधिकारी का कहना है कि लड़कियों को हुनरमंद बनाने की सरकार ने योजना शुरु की है. राज्य सरकार के समाज सुधार विभाग के बाल संरक्षण इकाई की डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट की पढाई के लिए बेंगलुरु भेजेगी.
''होटल मैनेजमेंट में दाखिला एक बड़ी और ऐतिहासिक पहल है. लड़कियां होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर अपने जीवन को खूबसूरत तरीके से संवारेंगी''-शीर्षत कपिल अशोक, डीएम, मोतिहारी
अन्य लड़कियों के बढ़ेंगे हौसले
तिरस्कार और प्रताड़ना से परेशान बच्चियां पिछले कई सालों से मोतिहारी के बालिका गृह की निवासी बनी हैं. अब इन लड़कियों को हुनरमंद बनाने की सरकार ने योजना शुरु किया है. 16 लड़कियों के हुनरमंद बनने से अन्य लड़कियों के हौसले बढेगें.