कैमूर (भभुआ): बिहार में चार सीटों पर उपचुनाव हुआ. इन चारों सीटों पर एनडीए ने क्लीन स्वीप किया. इसमें रामगढ़ विधानसभा सीट भी है. रामगढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह ने 1362 वोट से जीत हासिल की. दूसरे स्थान पर BSP उम्मीदवार सतीश कुमार सिंह रहे. यहां से RJD उम्मीदवार अजीत कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे. इस सीट को जगदानंद सिंह का गढ़ माना जाता था. श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने राजद पर तीखा हमला किया.
कैमूर की जनता को शुभकामनाएं दींः श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने अशोक सिंह के चुनाव जीतने पर रामगढ़ की जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं दी. मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि जिस तरह से रामगढ़ में विधानसभा में रामगढ़ की जनता ने भाजपा को जीताने का काम किया है, जो हमेशा के लिए एक मिसाल रहेगा. उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आजादी के बाद से ही रामगढ़ में उनका राज रहा लेकिन आज तक विकास नहीं हो पाया.
"रामगढ़ की जनता जाग चुकी है. उनको अपने क्षेत्र में विकास और रोजगार चाहिए इसीलिए, इस बार लाठी पर जनबल भारी पड़ गया है. रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत हुई है, जनता ने साबित कर दिया है कि अब जमाना बदल रहा है."- संतोष सिंह, श्रम संसाधन मंत्री
राजद का मजबूत गढ़ रहा रामगढ़ : रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र आरजेडी का मजबूत गढ़ हुआ करता था. इस सीट पर जगदानंद सिंह का 1985 से ही प्रभाव रहा है. जगदानंद सिंह 1985 में लोक दल की टिकट से यहां से पहली बार चुनाव जीते थे, इसके बाद जगदानंद सिंह इस सीट से छह बार विधायक बने थे. इसके बाद यहां से सुधाकर सिंह विधायक बने. इस बार सुधाकर सिंह, बक्सर से सांसद चुने गये तो यह सीट खाली हुई. जिसके बाद राजद ने यहां से जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह को टिकट दिया. उसके चुनाव प्रचार के दौरान सुधाकर सिंह ने लाठी से पीटने की धमकी दी थी.
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