मोतिहारी: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण स्वास्थ्य विभाग सजग और सतर्क है. लेकिन जिले में तीन स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की गई है. जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने स्वास्थ्य विभाग के तीन कर्मियों के वेतन पर रोक लगा दिया है.
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बता दें कि सिविल सर्जन कार्यालय के 2 लिपिक समेत बनकटवा पीएचसी के प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी कर्मी के वेतन को डीएम ने स्थगित कर दिया है. इन सभी पर बनकटवा बीडीओ की ओर से जारी रिपोर्ट पर डीएम ने कार्रवाई की है.
डीएम को दी लिखित जानकारी
बताया जा रहा है कि बनकटवा बीडीओ ने डीएम को जानकारी दी थी कि स्थानीय पीएचसी के प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी अशोक कुमार पिछले एक साल से अपने अनुपस्थित हैं. इसको लेकर सिविल- सर्जन को कई बार सूचना दी गई लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी कर्मी के अनुपस्थित रहने के कारण एईएस, जेई की सतत निगरानी और कोरोना टीकाकरण का कार्य काफी प्रभावित हुआ है. हालांकि इसकी सूचना सिविल सर्जन कार्यालय के प्रभारी स्थापना लिपिक और प्रधान लिपिक को था. फिर भी उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई नहीं की गई.
मांगा स्प्टीकरण
बनकटवा बीडीओ के पत्र को डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने गंभीरता से लिया. डीएम ने सिविल सर्जन कार्यालय के प्रभारी स्थापना लिपिक और प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी अशोक कुमार से स्पष्टीकरण मांगा. साथ ही प्रतिवेदन सिविल सर्जन को देने का निर्देश दिया. इसके अलावा जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से सभी कर्मियों के वेतन को स्थगित कर दिया.