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रक्सौल: नेपाल सरकार के यातायात नियम के खिलाफ प्रदर्शन, लोगों में आक्रोश

रक्सौल में नेपाल के एकीकृत माओवादी सरकार के प्रधानमंत्री के पी ओली शर्मा के द्वारा भारतीय वाहनों के खिलाफ अवैध यातायात नियम लागू करने का भारतीय नागरिकों ने रक्सौल बिरगंज भारत नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल पर अंतर राष्ट्रीय राजमार्ग 28 ए को अवरूद्ध और धरना प्रदर्शन कर विरोध जाहिर किया.

नेपाल सरकार के अवैध यातायात नियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
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Published : Aug 22, 2019, 7:47 AM IST

रक्सौल: नेपाल में एकीकृत माओवादी सरकार के प्रधानमंत्री के पी ओली शर्मा के द्वारा भारतीय वाहनों के खिलाफ नया यातायात नियम लागू किया गया है. इससे नेपाल में भारतीय वाहन चालकों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके खिलाफ भारतीय नागरिकों ने प्रदर्शन किया. रक्सौल बिरगंज भारत नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल पर एनएच 28 ए को पर धरना देकर विरोध जाहिर किया.

Custom Deputy Commissioner Ashutosh Kumar Singh on behalf of the case
कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह मामले पर अपना पक्ष रखते हुए

अधिकतम तीस बार सीमा प्रवेश
नेपाल सरकार के इस निर्णय से अब भारतीय नागरिकों को यात्रा करना मुश्किल होगा. अब किसी भी भारतीय वाहनों को एक साल में तीस बार से ज्यादा नेपाल की सीमा में प्रवेश करने के लिए सीमित अवधि तय की गई है. नेपाल सरकार के इस फैसले से नाराज सीमाई क्षेत्र के भारतीय लोगों में अफरा तफरी और आक्रोश का माहौल है.

रक्सौल में नेपाल सरकार के अवैध यातायात नियम के खिलाफ आवागमन अवरूद्ध एवं विरोध प्रदर्शन

चीन की कूटनीतिक दबाव में नेपाल सरकार
स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि नेपाल के वाहनों का भारतीय परिक्षेत्र में प्रवेश हेतु कोई इंट्री नहीं लगता है, परंतु भारतीय वाहनों को नेपाल में जाने के लिए इंट्री हेतु लंबी-लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है. स्थानीय भाजपा महिला नेत्री पूर्णिमा भारती का कहना है कि यह सब चीन की कूटनीतिक दबाव में नेपाल सरकार कर रही है. कहीं ना कहीं भारत को परेशान करने के लिए चीन नेपाल को मोहरा बना रहा है.

इनका क्या है कहना

वहीं, कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह का कहना है यह सब समस्या नेपाल कस्टम में एंट्री को लेकर हो रही असुविधाओं के कारण है. साथ ही कस्टम उपायुक्त ने बताया कि जहां तक बात रही नेपाली वाहनों के भारतीय क्षेत्र में इंट्र की, तो हमारे यहां इंट्री स्लिप उपलब्ध है और रेगुलर बेसिस पर एंट्री होता है.

रक्सौल: नेपाल में एकीकृत माओवादी सरकार के प्रधानमंत्री के पी ओली शर्मा के द्वारा भारतीय वाहनों के खिलाफ नया यातायात नियम लागू किया गया है. इससे नेपाल में भारतीय वाहन चालकों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके खिलाफ भारतीय नागरिकों ने प्रदर्शन किया. रक्सौल बिरगंज भारत नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल पर एनएच 28 ए को पर धरना देकर विरोध जाहिर किया.

Custom Deputy Commissioner Ashutosh Kumar Singh on behalf of the case
कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह मामले पर अपना पक्ष रखते हुए

अधिकतम तीस बार सीमा प्रवेश
नेपाल सरकार के इस निर्णय से अब भारतीय नागरिकों को यात्रा करना मुश्किल होगा. अब किसी भी भारतीय वाहनों को एक साल में तीस बार से ज्यादा नेपाल की सीमा में प्रवेश करने के लिए सीमित अवधि तय की गई है. नेपाल सरकार के इस फैसले से नाराज सीमाई क्षेत्र के भारतीय लोगों में अफरा तफरी और आक्रोश का माहौल है.

रक्सौल में नेपाल सरकार के अवैध यातायात नियम के खिलाफ आवागमन अवरूद्ध एवं विरोध प्रदर्शन

चीन की कूटनीतिक दबाव में नेपाल सरकार
स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि नेपाल के वाहनों का भारतीय परिक्षेत्र में प्रवेश हेतु कोई इंट्री नहीं लगता है, परंतु भारतीय वाहनों को नेपाल में जाने के लिए इंट्री हेतु लंबी-लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है. स्थानीय भाजपा महिला नेत्री पूर्णिमा भारती का कहना है कि यह सब चीन की कूटनीतिक दबाव में नेपाल सरकार कर रही है. कहीं ना कहीं भारत को परेशान करने के लिए चीन नेपाल को मोहरा बना रहा है.

इनका क्या है कहना

वहीं, कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह का कहना है यह सब समस्या नेपाल कस्टम में एंट्री को लेकर हो रही असुविधाओं के कारण है. साथ ही कस्टम उपायुक्त ने बताया कि जहां तक बात रही नेपाली वाहनों के भारतीय क्षेत्र में इंट्र की, तो हमारे यहां इंट्री स्लिप उपलब्ध है और रेगुलर बेसिस पर एंट्री होता है.

Intro:रक्सौल---- नेपाल में एकीकृत माओवादी सरकार के प्रधानमंत्री के पी ओली शर्मा के के द्वारा भारतीय वाहनों के खिलाफ अवैध यातायात नियम लागू करने एवं नेपाल में भारतीय वाहनो को तंग एवं नित्य नए नियम लागू करने के विरुद्ध भारतीय नागरिकों ने रक्सौल बिरगंज भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित मैत्री पुल पर अंतर राष्ट्रीय राजमार्ग 28 ए को अवरूद्ध कर ,धरना प्रदर्शन कर विरोध जाहिर किया၊ नेपाल सरकार के इस निर्णय से भारतीय नागरिकों की यात्रा करना मुश्किल होगा यह नियम तथा वाणिज्यिक दोनों तरह से घोषित किया गया ,अब किसी भी भारतीय वाहनो को एक साल में इस तीस बार से ज्यादा नेपाल की सीमा में प्रवेश करने के लिए सीमित अवधि तय की गई नेपाल सरकार के इस फैसले फैसले से नाराज सीमाई क्षेत्र के भारतीय लोगों में अफरा तफरी मच गई एवं आक्रोश विरोध कर जता रहे हैं सदियों से भारत के साथ नेपाल का रोजी रोटी ओम बेटी रोटी का संबंध रहा हैBody:ऐसे में स्थानिय लोग संशय में पड़ गए अब क्या होगा पहले भारतीय वाहनों का असीमित अवधि के लिए आवागमन जारी रहता था परंतु पिछले एक दशक से भारतीय वाहनों का जाने के लिए एंट्री पास लेना पड़ता है इसकी अवधि सुबह 7:00 बजे से लेकर रात को 10:00 बजे तक की रहता है तब तक तो ठीक था परंतु आज स्थानीय लोगों का कहना है की एक साल में तीस बार ही आना जाना होना, यह भारतीय वाहनों के ख़िलाफ़ एक कड़ा निर्णय लिया गया है भारतीय एंबुलेंस चालक जो रक्सौल डंकन अस्पताल से मरीजों को गहन चिकित्सा हेतु काठमांडू ,नारायण घाट ले जाने एवं स्थानीय विशेष जांच जो रक्सौल में उपलब्ध नहीं है इस वास्ते एम्बुलेन्स लाने एवं ले जाने के क्रम में एंबुलेंस से भंसार पर एवं नगर पालिका इण्ट्री की जाती है जिससे सीरियस मरीज की स्थिति बिगड़ जाती है यहां तक कि कुछ दम भी तोड़ देते हैं इस संदर्भ में पिछले दिनों भारतीय वाहनों के चालकों एवं वाहन मालिकों द्वारा वाहन हड़ताल हुआ एवं आवागमन बाधित हुआ जिस पर मधुर समझौता दोनों पक्षों के बीच में हुआ जिसमें एंबुलेंस को पूर्व की तरह से नेपाली कस्टम ड्यूटी यानी भंसार कर इंट्री नहीं लगता था वह इस समझौते में भी एंबुलेंस के साथ इंट्री एवं भंसार टैक्स से मुक्त रखने पर मंतव्य बनी थी बावजूद इसके एंबुलेंस को दी जाने वाली छूट से अभी भी मुक्त नहीं किया जा रहा है एवं एंबुलेंस से पूर्व की तरह वसूली हो रही है ऐसा मानना भारतीय एंबुलेंस चालकों के संघ का है၊Conclusion:स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि नेपाल के वाहनों का भारतीय परी क्षेत्र में प्रवेश करने हेतु कोई इंट्री नहीं लगता है परंतु भारतीय वाहनों को नेपाल में जाने के लिए इंट्री हेतु लंबी-लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है स्थानीय भाजपा महिला नेत्री पूर्णिमा भारती का गाना है कि यह सब चीन की कूटनीतिक दबाव में नेपाल सरकार कर रही है कहीं ना कहीं भारत को परेशान करने के लिए चीन नेपाल को मोहरा बना रहा है ,वही कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह का कहना है यह सब नेपाल नेपाल कस्टम में एंट्री को लेकर तथा वहां हो रही और असुविधाओ के कारण है और जहां तक नेपाली वाहनों के भारतीय क्षेत्र में इंट्री को लेकर है तो हमारे यहां इंट्री स्लिप उपलब्ध है और रेगुलर बेसिस पर एंट्री होता है၊बाईट कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह, भाजपा महिला नेत्री पूर्णिमा भारती_bhc_10080
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