मोतिहारी: महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दीप प्रज्वलित कर किया. मोतिहारी के राजा बाजार स्थित गांधी प्रेक्षागृह में आयोजित दीक्षांत समारोह में द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय यूनिवर्सिटी के 10 टॉपर विद्यार्थियों को मेडल देकर सम्मानित किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने टॉपर्स को किया सम्मानित: इस मौके पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, स्थानीय सांसद राधा मोहन सिंह, कुलाधिपति महेश शर्मा और कुलपति संजय श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे और उपस्थित छात्र छात्राओं और गणमान्य लोगों को संबोधित किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उपाधि पाने वाले विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं.
छात्राओं के प्रदर्शन पर राष्ट्रपति ने जताई खुशी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों में प्रथम स्थान पाने वालों में विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या लगभग 60 प्रतिशत है. इस शानदार उपलब्धि के लिए छात्राओं को साधुवाद देती हूं. इन होनहार छात्राओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन और आत्मविश्वास में विकसित भारत का भविष्य दिखाई दे रहा है.
"महात्मा गांधी यह मानते थे कि छात्र और छात्राओं को शिक्षा के सामान अवसर मिलना चाहिए. गांधी जी का कहना था कि छात्राओं की शिक्षा के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए. गांधी जी के इस विचार को इस विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को ध्यान में रखना चाहिए. बापू ने यह भी कहा था कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य ऐसे जनसेवक को तैयार करना है,जो देश के लिए जिये."- द्रौपदी मुर्मू, राष्ट्रपति
अकादमिक शोभा यात्रा के साथ पहुंचीं राष्ट्रपति: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम स्थल तक अकादमिक शोभा यात्रा के साथ पहुंचीं. कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुआ. फिर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,सांसद राधामोहन सिंह,कुलाधिपति महेश शर्मा और कुलपति संजय श्रीवास्तव ने माता सरस्वती और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर नमन किया.
चंद्रप्रकाश द्विवेदी को डॉक्टरेट की उपाधि: साथ ही मंगलाचरण के बीच दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा और फिल्म निर्देशक व पटकथा लेखक चंद्रप्रकाश द्विवेदी को विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की.