मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के चर्चित जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद हत्याकांड में चल रहे तरह-तरह के चर्चाओं पर विराम लगाते हुए आरक्षी अधीक्षक ने सीआईडी जांच के लिए अबतक के साक्ष्यों के साथ एडीजी सीआईडी से मार्गदर्शन मांगा है. साथ ही इस हत्याकांड में सभी नामजद आरोपियों की नार्को टेस्ट कराने के लिए न्यायालय से अनुमति लेने की प्रक्रिया चल रही है.
एम्स फॉरेंसिक डिपार्टमेंट से पोस्टमार्टम रिपोर्ट का होगा सत्यापन: मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की एम्स के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट से सत्यापन कराया जाएगा. इसके अलावा गुजरात स्थित नेशनल फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी से भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर मार्गदर्शन मांगा जा रहा है. एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद हत्याकांड की जांच के प्रगति की जानकारी देते हुए इन बातों की जानकारी दी.
"इस मामले में कयास लगाना छोड़ दें और अगर किसी के पास कोई साक्ष्य है तो साक्ष्य के साथ सामने आएं. उनका बयान कोर्ट में दर्ज कराया जाएगा. इस मामले में अभी तक जो भी साक्ष्य मिला है, उसके आधार पर अनुसंधान चल रहा है."- कान्तेश कुमार मिश्रा, एसपी
सीआईडी जांच के लिए मांगा गया मार्गदर्शन: बता दें कि इस मामले में मृतक का एंड्रायड फोन अहम साक्ष्य है, जिसके गूगल क्रोम में आत्महत्या करने के बारे में सर्च किया गया है. मृतक के मोबाइल को एफएसएल जांच के लिए भेजा गया है. इसके अलावा घटना के पूर्व मृतक द्वारा बनाया गया वीडियो जांच का अहम साक्ष्य है. सीसीटीवी फुटेज और घटना की रात में मृतक रात भर जगे रहने का साक्ष्य उपलब्ध है. इन साक्ष्यों के साथ सीआईडी जांच के लिए एडीजी सीआईडी से मार्गदर्शन मांगा गया है.
अभियुक्तों का होगा नार्को टेस्ट: एसपी ने आगे कहा कि आवश्यकतानुसार न्यायालय से अनुमति लेकर अभियुक्तों के नार्कों टेस्ट के लिए कार्रवाई की जा रही है. इन सबके बावजूद अगर किसी के पास कोई साक्ष्य है तो सामने आए. बेवजह का कयास लगाकर अनुसंधान को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करें. बतादें कि 10 जुलाई को जिला के पिपरा थाना क्षेत्र में महुआवा गांव के समीप स्थित कुड़िया तेलियाबाड़ी तालाब से पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद का शव बरामद हुआ था.
शक के दायरे में भाजपा विधायक: मृतक के परिजन हत्या करके तालाब में शव फेंके जाने की बात बता रहे थे. घटना से आक्रोशित परिजनों के साथ ग्रामीणों ने एनएच 28 को लगभग एक घंटे तक जाम रखा था. मृतक के शव का सर क्षत विक्षत अवस्था में था. घटना को लेकर मृतक की पत्नी सुमन देवी ने स्थानीय भाजपा विधायक श्यामबाबू यादव, चिकित्सक डॉ.संजय कुमार और लेखा प्रसाद के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. यह हत्याकांड जिले में काफी चर्चित रहा था और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी मृतक के परिजन से मिलने आए थे.