मोतिहारी: जिले में राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के जिला संयोजक राजू बैठा को छतौनी पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने राजू को एनआरसी के खिलाफ हुए आंदोलन में सड़क जाम कर कानून व्यवस्था प्रभावित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. वहीं, अपनी गिरफ्तारी को लेकर राजू बैठा ने पुलिस की ओर से बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है.
29 जनवरी को भारत बंद में हुआ था छतौनी चौक जाम
बता दें कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ विगत 29 जनवरी को हुए भारत बंद के दौरान शहर के छतौनी चौक को बंद समर्थकों ने जाम किया था. इस दौरान बंद समर्थकों और स्थानीय दुकानदारों के बीच हल्की झड़प भी हुई थी. छतौनी पुलिस ने रोड जाम को लेकर स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज की. जिस प्राथमिकी में बरियारपुर के रहने वाले राजू बैठा को नामजद किया गया था. इसी कारण से उसके खिलाफ कार्रवाई की गई.
'सोशल मीडिया पर लिखे पोस्ट कारण की है कार्रवाई'
अपनी गिरफ्तारी के बाद राजू बैठा ने बताया कि जिस मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई है. उस मामले में नाम और पिता के नाम साथ ही पता भी उसका नहीं है. इसके अलावे राजू ने बताया कि एसपी के एक कार्रवाई के खिलाफ मैंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा था. जिस पोस्ट को लेकर एसपी गुस्से में आ गए थे और जेल भेज देने की बात कही थी.
"सड़क जाम के मामले में गिरफ्तारी"
छतौनी इंसपेक्टर मुकेश चंद्र कुमर ने बताया कि भारत बंद के दौरान सड़क जाम करने और स्थानीय दुकानदार के साथ मारपीट करने को लेकर छतौनी थाना में एक कांड अंकित है. जिस मामले में राजू बैठा गिरफ्तारी की गई है.