मोतिहारी: प्याज की कीमत में ऐसी बढ़ोतरी हुई है कि आम आदमी के आंसू निकालने लगे हैं. बीते एक सप्ताह में प्याज के दाम में दोगुनी बढ़ोतरी हो चुकी है. इससे आम आदमी अपने किचन में प्याज रखने से कतरा रहा है. खाने में अगर प्याज का इस्तेमाल नहीं हो तो जायका बिगड़ जाता है. प्याज की कीमत ने आम आदमी का जायका ही खराब कर दिया है. जिले की सब्जी मंडी में भी महंगे प्याज का असर दिख रहा है.
हर दिन बढ़ रही प्याज की कीमत
प्याज की बढ़ती कीमत से लोग परेशान हैं. प्याज मार्केट में आजकल ग्राहकों की कमी दिख रही है. लोग प्याज की खरीददारी कम कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो प्याज खरीदना ही छोड़ दिया है. प्याज की कीमत लगभग हर दिन बढ़ रही है. थोक बाजार में प्याज 4500 रुपया प्रति क्विंटल बिक रहा है, जबकि खुदरा बाजार में 50-70 रुपया प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है.
चार साल के अधिकतम कीमत पर है प्याज
जिन इलाकों में ट्रांसपोर्ट की सुविधा सही नहीं है. उन ग्रामीण क्षेत्रों में प्याज की कीमतों का कोई रेट तय नहीं है. ऐसी जगहों पर प्याज 70 रुपया प्रतिकिलो तक बिक रहा है. व्यापारियों के अनुसार अभी दिसंबर से पहले प्याज की कीमत में कमी नहीं होने वाली है. प्याज उत्पादन करने वाले राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति की वजह से कीमतों में इतनी तेजी देखने को मिल रही है. प्याज व्यपारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र, कर्नाटक और दक्षिण भारतीय राज्यों से उत्तर भारत में प्याज की सप्लाई नहीं हो पा रही है. पिछली बार प्याज की कीमतों में इतनी तेजी साल 2015 में दर्ज की गई थी. उस दौरान बाढ़ से फसल बर्बाद होने के बाद कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई थीं.