मोतिहारी : पूर्वी चंपारण जिला पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने कुख्तात अपराधी कुणाल सिंह को उसके घर से गिरफ्तार किया है. जिसके पास से पुलिस को बड़ी मात्रा में हथियार मिला है. बरामद हथियारों में एक एके 47 रायफल, 25 एके 47 के कारतूस, एक 9 एमएम का देसी पिस्तौल, 2 नाइन एमएम का मैगजिन, 20 नाइन एमएम का कारतूस और छह वाकी टाकी शामिल है.
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मजदूरों के वेशभूषा में पहुंची पुलिस : गिरफ्तार कुणाल सिंह पिपराकोठी के कुड़िया स्थित अपने घर पर था. उसी दौरान सादे लिवास में पहुंची पुलिस की टीम ने उसे धर दबोचा. पुलिस टीम ऑटो और पिकअप से मजदूरों के वेशभूषा में गई थी. क्योंकि उसके घर पर पिछले एक साल से निर्माण कार्य चल रहा है और प्रतिदिन लगभग 50 से 60 मजदूर काम करते हैं. इसलिए किसी को शंका नहीं हुई और पुलिस टीम ने कुणाल सिंह को बड़ी मात्रा में हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया. जो जिला पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है.
''कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह और उसके चार-पांच साथी के कई स्वचालित हथियारों के साथ कुड़िया पहुंचने की गुप्त सूचना मिली थी. कुणाल सिंह के घर पर ही किसी बड़े आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए योजना बनाई जा रही थी. जिस सूचना के बाद तत्काल चकिया एएसपी और अरेराज डीएसपी के नेतृत्व में चकिया, पिपराकोठी, सुगौली,बंजरिया, मुफ्फसिल थाना के अलावा पुलिस लाइन के सिपाहियों की टीम बनाई गई. विशेष रणनीति बनाकर की गई छापेमारी में कुणाल सिंह पकड़ा गया. जबकि उसके गुर्गे भागने में सफल रहे. फरार अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.''- कान्तेश कुमार मिश्र, एसपी, पूर्वी चंपारण
17 संगीन मामले हैं दर्ज : बता दें कि कुणाल सिंह पर पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के कई थानों में कुल 17 संगीन मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या, रंगदारी, पुलिस और उत्पाद टीम पर हमला, स्कूल पर फायरिंग समेत कई मामले हैं. इसका नाम सबसे पहले हरपुरनाग के मुखिया पति विरेंद्र ठाकुर की हत्या में सामने आया था. अपराध की दुनिया में देखते ही देखते छा गया था. उसके बाद रक्सौल के कैम्ब्रिज स्कूल पर अंधाधुंध फायरिंग कर लोगों में दहशत फैला दिया था. लेकिन कुख्यात बब्लू दूबे की बेतिया कोर्ट में हत्या कर कुणाल सुर्खियों में आया था.
पुलिस टीम पर हमला करने का आरोप : कुणाल की गिरफ्तारी वर्ष 2017 में गिरफ्तारी हुई थी. फिर जमानत पर निकलकर वह फरार हो गया. जिसके बाद कुणाल सिंह को तत्कालिन एसपी उपेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पकड़ने गई पुलिस टीम के साथ उसकी मुठभेड़ हुई थी. जिसमें दो अपरिधियों के साथ ही एक भैंस को गोली लगी थी और कुणाल अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया था. जबकि हाल ही में उसने अपने गांव में ही उत्पाद पुलिस पर कातिलाना हमला किया था. जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे.