मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के कुंडवा चैनपुर थाना क्षेत्र में नेपाली नाइट गार्ड की नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए शव जलाने के मामले में अप्राथमिकी अभियुक्त बने निलंबित थानाध्यक्ष संजीव रंजन फरार हैं. पुलिस उनकी खोज में लगी है. पुलिस ने संजीव रंजन समेत फरार अन्य आरोपियों के घर की कुर्की जब्ती के लिए कोर्ट से गुहार लगाई है.
एसआईटी की रिपोर्ट पर थानाध्यक्ष बने अभियुक्त
"निलंबित थानाध्यक्ष को एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर इस कांड में साक्ष्य नष्ट करने के आरोप में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है. उनका मोबाइल ऑफ है. उनका पता नहीं चल पा रहा है." नवीन चंद्र झा, एसपी, पूर्वी चंपारण
21 जनवरी को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि कुंडवा चैनपुर थाना क्षेत्र में 21 जनवरी को नेपाल की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी. स्थानीय थानाध्यक्ष संजीव रंजन की मिलीभगत से मृतका के शव को बिना एफआईआर और पोस्टमार्टम के जला दिया गया था.
इस मामले में मृतका के पिता ने घटना के 13 दिन बाद एफआईआर के लिए आवेदन देकर 11 लोगों को आरोपित किया था. आरोपितों में से दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अप्राथमिकी अभियुक्त निलंबित थानाध्यक्ष समेत नौ आरोपी फरार हैं.