मोतिहारी: बिहार में अति पिछड़ा आरक्षण (extremely backward reservation in bihar) को लेकर सियासत तेज हो गई है. इस मुद्दे को लेकर बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने केंद्र सरकार से आरक्षण में संशोधन की मांग को लेकर जिले के केसरिया स्थित बौद्ध स्तुप से पदयात्रा (minister madan sahni begins padyatra) की शुरुआत कर दी है. यह यात्रा अगले सात दिनों तक चलेगी. जिसमें मंत्री मदन सहनी 150 किलोमीटर दूरी तय कर लोगों से मुखातिब होंगे.
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आरक्षण को लेकर केंद्र को चेतावनी: सात दिनों तक चलने वाले इस यात्रा को लेकर मंत्री केंद्र पर हमलावार है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अति पिछड़ा समाज के आरक्षण से संबंधित फाइल केंद्र को मंजूरी के लिए भेजी है. लेकिन केंद्र सरकार फाइल को दबाकर बैठी है. पदयात्रा के दौरान मंत्री ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अति पिछड़ा समाज अगर केंद्र में सरकार बना सकती है, तो सरकार को मिटा भी सकती है. उन्होंने आरक्षण के मुद्दे को लेकर आगे भी आंदोलन करने की बात कही.
150 किलोमीटर पैदल करेंगे यात्रा: केसरिया के बौद्ध स्तुप से पदयात्रा पर निकले सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी 150 किलोमीटर पैदल यात्रा करेंगे. वे पूर्वी चंपारण जिला के अलावा मुजफ्फरपुर और वैशाली के विभिन्न पंचायत और गांवों का दौरा कर सातवें दिन पटना पहुंचेंगे. मदन सहनी गांव में हीं रात्रि विश्राम करेंगे. इस यात्रा के दौरान उनका लक्ष्य गांव के अति पिछड़ा समाज को एकजुट करना है. जिससे आने वाले दिनों में आरक्षण की मांग को लेकर व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जा सके और केंद्र सरकार को घेर सकें.
"हम अपने हक और अधिकार के लिए पदयात्रा पर निकले हैं. हक और अधिकार के लिए आगे भी लड़ाई जारी रखेंगे. जब तक हमलोगों को आरक्षण नहीं मिलता है. तब तक केंद्र सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे. अति पिछड़ा समाज अगर केंद्र में सरकार बना सकती है, तो सरकार को मिटा भी सकती है. इसी संकल्प के साथ केंद्र सरकार को जगाने के लिए पदयात्रा पर निकले है"- मदन साहनी, समाज कल्याण मंत्री, बिहार
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