मोतिहारी: अपने स्थापना काल से ही लगातार विवादों के केन्द्र बिन्दु में रहा महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय कई समस्याओं से जुझ रहा है. एक तरफ विश्वविद्यालय भाड़े के मकान में चल रहा है दूसरी तरफ यहां शिक्षकों की भारी कमी है.
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय का फिलहाल संचालन जिला स्कूल के हॉस्टल से चल रहा है. हॉस्टल को रिमॉडलिंग कर यहां से केंद्रीय विश्व विद्यालय की कक्षाएं चलायी जा रही है. विवादों के साथ चोली-दामन का नाता रहने के कारण यहां से कई विभागों के शिक्षक विश्व विद्यालय छोड़ दूसरे संस्थान की तरफ रुख कर चुके हैं. जिसके कारण विश्व विद्यालय को शिक्षकों की कमी से जूझना पड़ रहा है.
बहाली की प्रक्रिया जारी
हालांकि नए वीसी की प्रतिनियुक्ति के बाद शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया शुरु हो गई है. शिक्षकों की बहाली के लिए मई महीने में विज्ञापन भी निकाला गया था. विज्ञापन के आधार पर आवेदन मिलना भी शुरु हो गया है. शिक्षकों की नियुक्ती को लेकर स्क्रूटनी की जा रही है. कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि विश्व विद्यालय में तत्काल में 15 से बढ़ कर 20 विभाग कार्यरत्त है.
अगस्त तक बहाली होगी पूरी
इस सभी विभागों के लिए शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि आगामी अगस्त महीने तक शिक्षकों के बहाली की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.