मोतिहारीः चुनाव के शोरगुल और प्रत्याशियों की हार-जीत की चल रही चर्चाओं के बीच कुछ लोग अलग ही कार्य में लगे हैं. शहर के मठिया जिरात के रहने वाले मणीभूषण श्रीवास्तव ने महादलित परिवार की लड़की की शादी रईस घराने की तरह धूम-धाम से कराई. इस दौरान पूरा माहौल भावुक हो उठा.
गरीब परिवार की थी अंजनी
दरअसल, मठिया दलित टोला के रहने वाले लालू राम को एक बेटा और चार बेटी है. लालू खुद ठेला चलाते हैं. लेकिन ठेला से उसकी आमदनी वैसी नहीं होती थी कि वह अपने परिवार की परवरिश कर सके. बावजूद इसके किसी तरह दुःख काटकर परिवार की गाड़ी को खींच रहे थे. इसी बीच उनकी तीसरी बेटी अंजनी ने बड़ी होने पर पढ़ाई के प्रति अपनी इच्छा जाहिर की. लेकिन उसके पिता समर्थ नहीं थे.
मणीभूषण ने बेटी की तरह पाला
लालू राम ने अपनी बेटी की ये इच्छा एक दिन अपने मुहल्ले के मणीभूषण श्रीवास्तव को बताई. मणीभूषण श्रीवास्तव ने ऊंच-नीच की दीवार को दरकिनार करते हुए अंजनी के सर पर हाथ रखा और उसे अपने घर में बेटी बनाकर ले आए और उसे बेटी की तरह पाला. वक्त कटता रहा और अंजनी शादी योग्य हो गई.
बड़े होने पर तय कराई शादी
मणीभूषण श्रीवास्तव ने अंजनी के पिता के सहयोग से पिपराकोठी थाना क्षेत्र के सलेमपुर में उसकी शादी भी तय की. लड़के के पिता को जब सारी बात की जानकारी हुई तब लड़का और उसके पिता दहेज मुक्त शादी को राजी हो गए. बीती रात काफी धूम-धाम से अंजनी की शादी उसके अपने पिता के घर पर ही सलेमपुर के अरुण के साथ हुई. मुहल्ले वालों ने दलित बस्ती में हुए इस शादी में काफी सहयोग भी किया.
दूल्हे ने नहीं लिया दहेज
शादी के समय माहौल काफी भावुक था. अंजनी के माता-पिता से ज्यादा भावुक मणी श्रीवास्तव थे. दूल्हा अरुण ने बताया कि वह बिना दहेज का शादी कर रहा है. वहीं, दुल्हन ने मणीभूषण श्रीवास्तव को मां-बाप से बढ़कर बताया. मणीभूषण श्रीवास्तव बोलते बोलते रो पड़े और उसे अपनी बेटी बताया. अंजनी के पिता लालू राम ने कहा कि दलित की बेटी को अपनी बेटी की तरह पाल पोसकर उसकी शादी शायद ही कोई कराएगा.