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पिता बनकर रईसों की तरह कराई महादलित लड़की की शादी, नम आंखों से की विदाई

मणीभूषण श्रीवास्तव ने ऊंच-नीच की दीवार को दरकिनार करते हुए महादलित लड़की के सर पर हाथ रखा और उसे अपने घर में बेटी बनाकर ले आए.

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Published : May 21, 2019, 3:10 PM IST

Updated : May 21, 2019, 3:48 PM IST

दुल्हन अपने दोनों पिता के साथ

मोतिहारीः चुनाव के शोरगुल और प्रत्याशियों की हार-जीत की चल रही चर्चाओं के बीच कुछ लोग अलग ही कार्य में लगे हैं. शहर के मठिया जिरात के रहने वाले मणीभूषण श्रीवास्तव ने महादलित परिवार की लड़की की शादी रईस घराने की तरह धूम-धाम से कराई. इस दौरान पूरा माहौल भावुक हो उठा.

गरीब परिवार की थी अंजनी
दरअसल, मठिया दलित टोला के रहने वाले लालू राम को एक बेटा और चार बेटी है. लालू खुद ठेला चलाते हैं. लेकिन ठेला से उसकी आमदनी वैसी नहीं होती थी कि वह अपने परिवार की परवरिश कर सके. बावजूद इसके किसी तरह दुःख काटकर परिवार की गाड़ी को खींच रहे थे. इसी बीच उनकी तीसरी बेटी अंजनी ने बड़ी होने पर पढ़ाई के प्रति अपनी इच्छा जाहिर की. लेकिन उसके पिता समर्थ नहीं थे.

मणीभूषण ने बेटी की तरह पाला
लालू राम ने अपनी बेटी की ये इच्छा एक दिन अपने मुहल्ले के मणीभूषण श्रीवास्तव को बताई. मणीभूषण श्रीवास्तव ने ऊंच-नीच की दीवार को दरकिनार करते हुए अंजनी के सर पर हाथ रखा और उसे अपने घर में बेटी बनाकर ले आए और उसे बेटी की तरह पाला. वक्त कटता रहा और अंजनी शादी योग्य हो गई.

धूम-धाम से होती शादी और बयान देते पिता और दुल्हन

बड़े होने पर तय कराई शादी
मणीभूषण श्रीवास्तव ने अंजनी के पिता के सहयोग से पिपराकोठी थाना क्षेत्र के सलेमपुर में उसकी शादी भी तय की. लड़के के पिता को जब सारी बात की जानकारी हुई तब लड़का और उसके पिता दहेज मुक्त शादी को राजी हो गए. बीती रात काफी धूम-धाम से अंजनी की शादी उसके अपने पिता के घर पर ही सलेमपुर के अरुण के साथ हुई. मुहल्ले वालों ने दलित बस्ती में हुए इस शादी में काफी सहयोग भी किया.

दूल्हे ने नहीं लिया दहेज
शादी के समय माहौल काफी भावुक था. अंजनी के माता-पिता से ज्यादा भावुक मणी श्रीवास्तव थे. दूल्हा अरुण ने बताया कि वह बिना दहेज का शादी कर रहा है. वहीं, दुल्हन ने मणीभूषण श्रीवास्तव को मां-बाप से बढ़कर बताया. मणीभूषण श्रीवास्तव बोलते बोलते रो पड़े और उसे अपनी बेटी बताया. अंजनी के पिता लालू राम ने कहा कि दलित की बेटी को अपनी बेटी की तरह पाल पोसकर उसकी शादी शायद ही कोई कराएगा.

मोतिहारीः चुनाव के शोरगुल और प्रत्याशियों की हार-जीत की चल रही चर्चाओं के बीच कुछ लोग अलग ही कार्य में लगे हैं. शहर के मठिया जिरात के रहने वाले मणीभूषण श्रीवास्तव ने महादलित परिवार की लड़की की शादी रईस घराने की तरह धूम-धाम से कराई. इस दौरान पूरा माहौल भावुक हो उठा.

गरीब परिवार की थी अंजनी
दरअसल, मठिया दलित टोला के रहने वाले लालू राम को एक बेटा और चार बेटी है. लालू खुद ठेला चलाते हैं. लेकिन ठेला से उसकी आमदनी वैसी नहीं होती थी कि वह अपने परिवार की परवरिश कर सके. बावजूद इसके किसी तरह दुःख काटकर परिवार की गाड़ी को खींच रहे थे. इसी बीच उनकी तीसरी बेटी अंजनी ने बड़ी होने पर पढ़ाई के प्रति अपनी इच्छा जाहिर की. लेकिन उसके पिता समर्थ नहीं थे.

मणीभूषण ने बेटी की तरह पाला
लालू राम ने अपनी बेटी की ये इच्छा एक दिन अपने मुहल्ले के मणीभूषण श्रीवास्तव को बताई. मणीभूषण श्रीवास्तव ने ऊंच-नीच की दीवार को दरकिनार करते हुए अंजनी के सर पर हाथ रखा और उसे अपने घर में बेटी बनाकर ले आए और उसे बेटी की तरह पाला. वक्त कटता रहा और अंजनी शादी योग्य हो गई.

धूम-धाम से होती शादी और बयान देते पिता और दुल्हन

बड़े होने पर तय कराई शादी
मणीभूषण श्रीवास्तव ने अंजनी के पिता के सहयोग से पिपराकोठी थाना क्षेत्र के सलेमपुर में उसकी शादी भी तय की. लड़के के पिता को जब सारी बात की जानकारी हुई तब लड़का और उसके पिता दहेज मुक्त शादी को राजी हो गए. बीती रात काफी धूम-धाम से अंजनी की शादी उसके अपने पिता के घर पर ही सलेमपुर के अरुण के साथ हुई. मुहल्ले वालों ने दलित बस्ती में हुए इस शादी में काफी सहयोग भी किया.

दूल्हे ने नहीं लिया दहेज
शादी के समय माहौल काफी भावुक था. अंजनी के माता-पिता से ज्यादा भावुक मणी श्रीवास्तव थे. दूल्हा अरुण ने बताया कि वह बिना दहेज का शादी कर रहा है. वहीं, दुल्हन ने मणीभूषण श्रीवास्तव को मां-बाप से बढ़कर बताया. मणीभूषण श्रीवास्तव बोलते बोलते रो पड़े और उसे अपनी बेटी बताया. अंजनी के पिता लालू राम ने कहा कि दलित की बेटी को अपनी बेटी की तरह पाल पोसकर उसकी शादी शायद ही कोई कराएगा.

Intro:मोतिहारी।चुनाव के शोर गुल और प्रत्याशियों हार जीत की चल रही चर्चाओं के बीच अच्छा काम करने वाले लोग दुसरे की राह नहीं देखते हैं।शहर के मठिया जिरात के रहने वाले मणी श्रीवास्तव ने महादलित बस्ती के एक गरीब परिवार की एक लड़की की बेटी की लालन-पालन किया।फिर किसी रईस घराने की लड़की की तरह उसकी शादी करके उसे विदा किया।इस दौरान पुरा माहौल भावुक हो उठा।


Body:दरअसल,मठिया दलित टोला के रहने वाले लालू राम को एक बेटा और चार बेटी है।लालू खुद ठेला चलाता है।लेकिन ठेला से उसकी आमदनी वैसी नहीं होती थी कि वह अपने परिवार का परिवरिश कर सके।बावजूद इसके किसी तरह दुःख काटकर परिवार की गाड़ी को भी जबरन खींच रहा था।इसी बीच उसकी तीसरी बेटी अंजनी बड़ी होने पर पढ़ाई के प्रति अपनी इच्छा जाहिर की।लेकिन पिता समर्थ नहीं थे।लिहाजा,लालू ने अपनी बेटी की इच्छा एकदिन अपने मुहल्ले के मणीभूषण श्रीवास्तव को बताई।मणीभूषण श्रीवास्तव ने उंचनीच के दीवार को दरकिनार करते हुए अंजनी के सर पर हाथ रखा और उसे अपने घर में बेटी बनाकर लाए।शादी योग्य होने पर अंजनी के पिता के सहयोग से पिपराकोठी थाना क्षेत्र के सलेमपुर में उसकी शादी भी मणीभूषण श्रीवास्तव ने तय की।लड़के के पिता को जब सारी बातों की जानकारी हुई।तब लड़का और उसके पिता दहेजमुक्त शादी को राजी हो गए।बीती रात काफी धूमधाम से अंजनी की शादी उसके अपने पिता के घर पर हीं सलेमपुर के अरुण के साथ हुई।मुहल्ले वालों ने दलित बस्ती में हुए इस शादी में काफी सहयोग भी किया।शादी के समय माहौल काफी भावुक था।अंजनी के माता-पिता से ज्यादा भावुक मणी श्रीवास्तव लग रहे थे।


Conclusion:लड़का अरुण ने बताया कि वह बिना दहेज का शादी कर रहा है।तो लड़की ने मणीभूषण श्रीवास्तव को माँ बाप से बढ़कर बताया।मणीभूषण श्रीवास्तव बोलते बोलते रो पड़े और उसे अपनी बेटी बताया।अंजनी के पिता लालू राम ने कहा कि दलित की बेटी को अपनी बेटी की तरह पाल पोसकर उसकी शादी शायद ही कोई करायेगा।
बाइट....अंजनी....लड़की
बाइट....अरुण कुमार.....लड़का
बाइट......लालू राम.....अंजनी के पिता
बाइट.......मणीभूषण श्रीवास्तव....अंजनी को पालने वाले
Last Updated : May 21, 2019, 3:48 PM IST
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