मोतिहारीः पूरे देश में 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. इसको लेकर बाजारों में चहल पहल भी दिख रही है. बाजार भी तरह-तरह के तिलकुट से सजे हुए हैं. लोग तिलकुट की खरीदारी भी कर रहे हैं.
हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार हिंदुओं के पर्व त्योहार सूर्य पर आधारित होते हैं. लिहाजा, पिछले कई वर्षों से सूर्य 15 जनवरी को सूर्योदय के पश्चात धनु से मकर राशि में प्रवेश करते हैं और दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते हैं. इस साल भी 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. इस साल मकर संक्रांति की सूर्य संक्रांति 15 जनवरी को 7 बजकर 54 मिनट से आएगी. इस दिन से हिंदुओं के सभी मांगलिक कार्य शुरु हो जाते हैं.
15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्योहार
मकर संक्रांति के बारे में जानकारी देते हुए आर्ष विद्या शिक्षण प्रशिक्षण सेवा संस्थान की ओर से संचालित वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील कुमार पांडे ने बताया कि इस साल भी मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जाएगा. जिसका पूण्यकाल इस दिन सूर्यास्त तक रहेगा. उन्होंने बताया कि इसी दिन से सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायन होते हैं और महीने दिन का खरमास समाप्त हो जाता है, जिस कारण विवाह आदि मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं.
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तिलकुट से सजा बाजार
मकर संक्रांति को लेकर बाजार तरह-तरह के तिलकुट से सजे हैं. लोग खरीदारी भी अपने हिसाब से कर रहे हैं. तिलकुट दुकानदार नरेंद्र प्रसाद के अनुसार पिछले साल के अपेक्षा इस साल तिलकुट का बाजार अच्छा है. उन्होंने बताया कि तिलकुट के रेट में कोई अंतर नहीं आया. खोआ का तिलकुट 500 रुपया किलो, गुड़ का तिलकुट 320 रुपये, कम चीनी का तिलकुट 300 रुपये प्रतिकिलो और ज्यादा चीनी वाला तिलकुट 180 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है.