मोतिहारी: दूसरे प्रदेशों से आ रहे प्रवासी लोगों को क्वॉरेंटाइन करने के लिए पूर्वी चंपारण जिले में कई केंद्र बनाये गए हैं. जिले के अधिकांश विद्यालयों को अस्थाई रुप से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. जहां लोगों को सरकारी स्तर पर खाना से लेकर कोरोना से सुरक्षा के लिए सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है. सरकार ने निर्देश दिया है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रह रहे लोगों के लिए अच्छी व्यवस्था की जाए.
लेकिन पूर्वी चंपारण के क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था का कच्चा-चिट्ठा वहां रह रहे लोग ही खोल रहे हैं. यहां रह रहे लोग सरकारी व्यवस्था से परेशान हैं. उन्हें ना तो समय पर खाना मिलता है और ना ही उनके लिए सुरक्षा की सामग्री की व्यवस्था की गई है.
समय पर नहीं मिलता खाना
जिले के सुगौली प्रखंड मुख्यालय स्थित विद्यालय को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. जहां बाहर से अपने घर लौट कर आने वाले प्रवासियों को रखा गया है. यहां रह रहे लोगों ने बताया कि उन्हें समय पर खाना नहीं मिलता है. खाना मांगने पर अधिकारी और कर्मचारी उनलोगों के साथ गलत व्यवहार करते हैं. उन लोगों ने बताया कि खाने के साथ मिलने वाली अन्य चीजों की गुणवत्ता किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को बीमार करने के लिए काफी है.
प्रखंड मुख्यालयों में 82 क्वॉरेंटाइन सेंटर
बता दें कि जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में 82 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इनमें से अधिकांश सेंटर पर अव्यवस्था का आलम है. वहां रहने वाले लोग सरकारी व्यवस्था से तंग आकर कभी-कभी हंगामा भी करते हैं. बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था सुधारने के प्रति उदासीन बना हुआ है.