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अधिकारी आम लोगों से वसूलते हैं जुर्माना, खुद उड़ाते हैं कोर्ट के आदेश की धज्जियां

आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंके जाने के बाद पूरे जिले में कई चेकपोस्ट बनाकर रोजाना वाहन की चेकिंग चल रही है. सेफ्टी बंपर नहीं हटाने वालों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है.

दिलीप अग्रवाल , जिला परिवहन पदाधिकारी
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Published : Apr 20, 2019, 12:36 PM IST

मोतिहारीः सुप्रीम कोर्ट के जिस आदेश का हवाला देकर जिले के अधिकारी वाहन मालिकों से जुर्माना वसूलते हैं, सुप्रीम कोर्ट के उसी आदेश की ये खुद धज्जियां उड़ाते हैं. लेकिन आम लोगों को वह नसीहत दे रहे हैं.

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने चार पहिया वाहनों के आगे लगे सेफ्टी बम्पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से हटाने का आदेश दिया है. कोर्ट के आदेश के बाद पूरे देश में परिवहन विभाग चार पहिया वाहनों में लगे सेफ्टी बंपर को हटाने की दिशा में काम कर रही है. आम लोगों से भी सेफ्टी बंपर हटाने को कहा गया है. चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंके जाने के बाद पूरे जिले में कई चेकपोस्ट बनाकर रोजाना वाहन की चेकिंग चल रही है. लोगों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है.

बयान देते दिलीप अग्रवाल , जिला परिवहन पदाधिकारी

वाहन मालिकों से वसूला जुर्माना
वाहन चेकिन में दोपहिया वान चालकों से जरुरी कागजात के अलावा हेलमेट की जांच की जा रही है. जुर्माना वसूला जा रहा है. साथ ही चार पहिया वाहनों से कागजातों के अलावा गाड़ियों में लगे सेफ्टी बंपर की भी जांच चल रही है. सेफ्टी बंपर लगे वाहनों के मालिक से काफी जुर्माना वसूला गया है. लेकिन जुर्माना वसूलने में लगे अधिकारियों के गाड़ियों में ही सेफ्टी बंपर लगा हुआ है. डीएम के बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर बुलाए गए बैठक में आये सभी स्तर के अधिकारियों के गाड़ी में सेफ्टी बंपर अधिकारियों के मंशा पर सवाल खड़ा करता है.

अधिकारियों की गाड़ियों में लगे बंपर
उसी बैठक में मौजूद जिला परिवहन पदाधिकारी दिलीप अग्रवाल गर्व से बताते हैं कि परिवहन नियमों के उलंघन करने वालो से चुनावी अधिसूचना जारी होने के बाद से 18 अप्रैल तक लगभग 43 लाख रुपया जुर्माना वसूला गया है. लेकिन उसी बैठक में भाग लेने आए अधिकारियों के गाड़ियों में लगे बंपर की जानकारी देने पर वह अनभिज्ञता जाहिर करते हैं. जबकि उनके सामने सभी गाड़ियां खड़ी थीं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर आम लोगों से ये अधिकारी जुर्माना वसूलते हैं और खुद उस आदेश का पालन नहीं करते.

मोतिहारीः सुप्रीम कोर्ट के जिस आदेश का हवाला देकर जिले के अधिकारी वाहन मालिकों से जुर्माना वसूलते हैं, सुप्रीम कोर्ट के उसी आदेश की ये खुद धज्जियां उड़ाते हैं. लेकिन आम लोगों को वह नसीहत दे रहे हैं.

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने चार पहिया वाहनों के आगे लगे सेफ्टी बम्पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से हटाने का आदेश दिया है. कोर्ट के आदेश के बाद पूरे देश में परिवहन विभाग चार पहिया वाहनों में लगे सेफ्टी बंपर को हटाने की दिशा में काम कर रही है. आम लोगों से भी सेफ्टी बंपर हटाने को कहा गया है. चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंके जाने के बाद पूरे जिले में कई चेकपोस्ट बनाकर रोजाना वाहन की चेकिंग चल रही है. लोगों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है.

बयान देते दिलीप अग्रवाल , जिला परिवहन पदाधिकारी

वाहन मालिकों से वसूला जुर्माना
वाहन चेकिन में दोपहिया वान चालकों से जरुरी कागजात के अलावा हेलमेट की जांच की जा रही है. जुर्माना वसूला जा रहा है. साथ ही चार पहिया वाहनों से कागजातों के अलावा गाड़ियों में लगे सेफ्टी बंपर की भी जांच चल रही है. सेफ्टी बंपर लगे वाहनों के मालिक से काफी जुर्माना वसूला गया है. लेकिन जुर्माना वसूलने में लगे अधिकारियों के गाड़ियों में ही सेफ्टी बंपर लगा हुआ है. डीएम के बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर बुलाए गए बैठक में आये सभी स्तर के अधिकारियों के गाड़ी में सेफ्टी बंपर अधिकारियों के मंशा पर सवाल खड़ा करता है.

अधिकारियों की गाड़ियों में लगे बंपर
उसी बैठक में मौजूद जिला परिवहन पदाधिकारी दिलीप अग्रवाल गर्व से बताते हैं कि परिवहन नियमों के उलंघन करने वालो से चुनावी अधिसूचना जारी होने के बाद से 18 अप्रैल तक लगभग 43 लाख रुपया जुर्माना वसूला गया है. लेकिन उसी बैठक में भाग लेने आए अधिकारियों के गाड़ियों में लगे बंपर की जानकारी देने पर वह अनभिज्ञता जाहिर करते हैं. जबकि उनके सामने सभी गाड़ियां खड़ी थीं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर आम लोगों से ये अधिकारी जुर्माना वसूलते हैं और खुद उस आदेश का पालन नहीं करते.

Intro:मोतिहारी।सुप्रीम कोर्ट के जिस आदेश का हवाला देकर जिले के अधिकारी वाहन मालिकों से जुर्माना वसूलते हैं।सुप्रीम कोर्ट के उसी आदेश की अधिकारी खुद धज्जी उड़ाते हैं।सुप्रीम कोर्ट के आदेश को अधिकारी खुद रद्दी की टोकरी में डाल दिए हुए हैं और आम लोगों को वह नसीहत दे रहे हैं।


Body:दरअसल,सुप्रीम कोर्ट ने चार पहिया वाहनों के आगे लगे सेफ्टी बम्पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से हटाने का आदेश दिया है।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूरे देश में परिवहन विभाग चार पहिया वाहनों में लगे सेफ्टी बंपर को हटाने की दिशा में काम कर रही है।आम लोगों से भी सेफ्टी बंपर हटाने को लेकर कहा गया है।लेकिन चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंके जाने के बाद पुरे जिले में कई चेकपोस्ट बनाकर रोजाना वाहन की चेकिंग चल रही है और उनसे जुर्माना भी वसूला जा रहा है।वाहन चेकिन में दोपहिया वान चालको से जरुरी कागजात के अलावा हेलमेट की जांच की जा रही है और जुर्माना वसूला जा रहा है।साथ ही चार पहिया वाहनों से कागजातों के अलावा गाड़ियों में लगे सेफ्टी बंपर की भी जांच चल रही है।सेफ्टी बंपर लगे वाहनों के मालिक से काफी जुर्माना वसूला गया है।लेकिन जुर्माना वसूलने में लगे अधिकारियों के गाड़ियों में हीं सेफ्टी बंपर लगा हुआ है।डीएम के बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर बुलाए गए बैठक में आये सभी स्तर के अधिकारियों के गाड़ी में सेफ्टी बंपर अधिकारियों के मंशा पर सवाल खड़ा करता है।


Conclusion:उसी बैठक में मौजूद जिला परिवहन पदाधिकारी दिलीप अग्रवाल गर्व से बताते हैं कि परिवहन नियमों के उलंघन करने वालो से चुनावी अधिसूचना जारी होने के बाद से 18 अप्रैल तक लगभग 43 लाख रुपया जुर्माना वसूला गया है।लेकिन उसी बैठक में भाग लेने आए अधिकारियों के गाड़ियों में लगे बंपर की जानकारी देने पर वह अनभिज्ञता जाहिर करते हैं।जबकि उनके सामने सभी गाड़ियां खड़ी थी।अब सवाल उठता है कि क्या अधिकारी सुप्रीम कोर्ट से उपर हैं।अथवा सुप्रीम कोर्ट का आदेश केवल आम लोगों के लिए है और अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानने के लिए बाध्य नहीं हैं।आखिर इसका जबाब कौन देगा और उन अधिकारियों से जुर्माना कौन वसूलेगा।जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर आम लोगों से जुर्माना वसूलते हैं और खुद उस आदेश का पालन नहीं करते हैं।

बाइट.....दिलीप अग्रवाल.....जिला परिवहन पदाधिकारी
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