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मोतीझील पर अतिक्रमण कर बनाए गए सड़क को प्रशासन ने किया ध्वस्त - मौजूद थे.  बता दें कि मोतीझील से अतिक्रमण

सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ गए थे. मंगलवार को प्रशासनिक व्यवस्था देखकर कोई भी विरोध के लिए सामने नहीं आया.

अतिक्रमण कर बनाए सड़क पर चला बुल्डोजर
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Published : Jun 26, 2019, 10:27 AM IST

मोतिहारीः मोतीझील में भूमाफियाओं द्वारा बनाई गई सड़क को जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया. अतिक्रमण हटाने का अभियान सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू के नेतृत्व में किया जा रहा है. इस कार्य के दौरान भारी मात्रा में पुलिस दल मौजूद थे.

motihari
अतिक्रमण कर बनाए सड़क पर चला बुल्डोजर

बता दें कि मोतीझील से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल शनिवार को भी गई थी. लेकिन वहां उन्हें महिलाओं का विरोध झेलना पड़ा था. इसके बाद तेज बारिश होने के कारण टीम को मौके से वापस लौटना पड़ा था. बताया जा रहा है कि मोतीझील से जलकुंभी हटाने के लिए मिस्कौट मोहल्ले के समीप अस्थायी बांध का निर्माण कराया गया था. जलकुंभी सफाई के बाद उक्त बांध को ध्वस्त नहीं कर भूमि माफियाओं ने उस पर सड़क बना लिया.

अतिक्रमण कर बनाए सड़क पर चला बुल्डोजर

एसडीओ ने चलाया अभियान
इस सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ गए थे. मंगलवार को प्रशासनिक व्यवस्था देखकर कोई भी विरोध के लिए सामने नहीं आया. एसडीओ ने बताया कि जिले में जल स्रोत को संरक्षित करने का अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत जलस्रोतों के अतिक्रमण को खाली कराया जा रहा है. मोतीझील के अतिक्रमण को खाली कर उसके नैसर्गिक स्वरुप में लाने का कार्य किया जा रहा है.अब धीरे-धीरे शहर की सभी सड़कों से अतिक्रमण हटाया जाएगा.

मोतिहारीः मोतीझील में भूमाफियाओं द्वारा बनाई गई सड़क को जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया. अतिक्रमण हटाने का अभियान सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू के नेतृत्व में किया जा रहा है. इस कार्य के दौरान भारी मात्रा में पुलिस दल मौजूद थे.

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अतिक्रमण कर बनाए सड़क पर चला बुल्डोजर

बता दें कि मोतीझील से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल शनिवार को भी गई थी. लेकिन वहां उन्हें महिलाओं का विरोध झेलना पड़ा था. इसके बाद तेज बारिश होने के कारण टीम को मौके से वापस लौटना पड़ा था. बताया जा रहा है कि मोतीझील से जलकुंभी हटाने के लिए मिस्कौट मोहल्ले के समीप अस्थायी बांध का निर्माण कराया गया था. जलकुंभी सफाई के बाद उक्त बांध को ध्वस्त नहीं कर भूमि माफियाओं ने उस पर सड़क बना लिया.

अतिक्रमण कर बनाए सड़क पर चला बुल्डोजर

एसडीओ ने चलाया अभियान
इस सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ गए थे. मंगलवार को प्रशासनिक व्यवस्था देखकर कोई भी विरोध के लिए सामने नहीं आया. एसडीओ ने बताया कि जिले में जल स्रोत को संरक्षित करने का अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत जलस्रोतों के अतिक्रमण को खाली कराया जा रहा है. मोतीझील के अतिक्रमण को खाली कर उसके नैसर्गिक स्वरुप में लाने का कार्य किया जा रहा है.अब धीरे-धीरे शहर की सभी सड़कों से अतिक्रमण हटाया जाएगा.

Intro:मोतिहारी।शहर की ऐतिहासिकता से जुड़े मोतीझील के बीचो बीच भूमाफियाओं द्वारा बनाये गए सड़क को आखिरकार तीसरे बार के प्रयास में तोड़ने का काम शुरु हुआ।भारी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल के साथ पहुंचे एसडीओ और डीएसपी के नेतृत्व में सड़क को ध्वस्त करने का काम शुरु हुआ।


Body:दरअसल,मोतिहारी के पहचान से मोतीझील जुड़ा हुआ है।दो बर्ष पूर्व मोतीझील के जलकुम्भी को साफ करने के नाम पर झील के बीचोबीच नगर परिषद् ने अस्थायी पतला बांध बना दिया था।मोतीझील के सफाई के बाद नगर परिषद् ने बांध को ध्वस्त नहीं किया।जिसकारण भू माफियाओं ने इसका फायदा उठाकर उस बांध को चौड़ा और मजबूत कर सड़क बना दिया।साथ हीं दूसरे किनारे की सारी जमीने बेच दी।जिसपर दो सालों के अंदर मकान भी खड़ा हो गया और मोतीझील का मुहाना बंद हो गया।जिसकी जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी ने सड़क ध्वस्त करने का निर्देश दिया।लिहाजा,एक माह पूर्व अंचलाधिकारी जब सड़क तोड़ने पहुंचे।तो पुलिस बल उन्हे मुहैया नहीं कराया गया।परिणामस्वरुप वह लौट आये।उसके बाद पूरे तामझाम और भारी महिला-पुरुष पुलिस बल के साथ सड़क ध्वस्त करने दुसरी बार पहुंचे।तो अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा।स्थानीय लोगों ने महिलाओं को आगे कर दिया।महिलायें बनाये गए अवैध सड़क पर बैठ गई।प्रशासन के काफी समझाने के बाद भी महिलायें नहीं मानी।लिहाजा,प्रशासनिक टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा।तीसरी बार मंगलवार को एसडीओ,डीएसपी, डीसीएलआर के नेतृत्व में सड़क को ध्वस्त करने का काम शुरु हुआ।जिसका लोगों ने विरोध तो किया।लेकिन विरोध का स्वरुप उग्र नहीं था।


Conclusion:एसडीओ ने बताया कि जिले में जल स्रोत को संरक्षित करने का अभियान चल रहा है और इसी अभियान के तहत जलस्रोतों के अतिक्रमण को खाली कराया जा रहा है।मोतीझील के अतिक्रमण को खाली कर उसके नैसर्गिक स्वरुप में लाने का कार्य किया जा रहा है।डीएसपी ने बताया कि सड़क को ध्वस्त करने पहुंचे अधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों ने हल्का विरोध किया।लेकिन विरोध ऐसा नहीं था कि बल प्रयोग करना पड़े।
बाइट.....प्रियरंजन राजू....एसडीओ
बाइट......मुरली मनोहर माझी....डीएसपी
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