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मोतीझील को साफ और सुंदर बनाने की भावना जिंदा रखना है जरुरी: DM

डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने मोतीझील को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मोतीझील को बचाने की भावना जगाए रखनी जरुरी है. साथ हीं आम लोगों की जागरुकता भी आवश्यक है.

सेव मोतीझील
सेव मोतीझील
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Published : Nov 14, 2020, 1:05 AM IST

पूर्वी चंपारण(मोतिहारी): ऐतिहासिक मोतीझील को बचाने के लिए शुरु किए गए "सेव मोतीझील" कार्यक्रम के तहत दीपावली के पूर्व संध्या पर दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मोतीझील बचाव अभियान समिति के बैनर तले आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक थे. मोतीझील के किनारे आयोजित कार्यक्रम में मोतीझील के बचे हुए हिस्से को बचाने के उपायों पर चर्चाएं हुई. साथ ही उपस्थित लोगों ने एक दीप जलाकर मोतीझील को बचाने का संकल्प लिया.

Motihari
सेव मोतीझील कार्यक्रम
मोतीझील को बचाने के प्रयास की सराहना कीइस मौके पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने मोतीझील को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि लोगों में मोतीझील को बचाने की भावना जगाए रखना जरुरी है. साथ ही मोतीझील को लेकर आम लोगों की जागरुकता भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि मोतीझील को बचाने के लिए गतिविधियां जारी रखनी होगी. मसलन पर्यटन और वाटर स्पोर्टस की दिशा में काम करना आवश्यक है. इसके साथ ही मोतीझील को अतिक्रमणमुक्त करने के अलावा इसके प्रदूषण को नियंत्रित करने का काम भी जिला प्रशासन जारी रखेगी.
देखें रिपोर्ट

प्रदूषण और अतिक्रमण है बड़ी समस्या
मोतिहारी के इतिहास और पहचान से जुड़ा मोतीझील प्रदूषण और अतिक्रमण इसकी सबसे बड़ी समस्या है. कई बार मोतीझील के सफाई और अतिक्रमणमुक्त को लेकर असफल प्रशासनिक पहल भी हुए है, लेकिन मोतीझील की स्थिति नहीं सुधरी. हालांकि,मोतीझील को बचाने के लिए सामाजिक संगठनों के साथ आम लोगों ने आंदोलन किए. बावजूद इसके मोतीझील की सूरत नहीं बदली.

पूर्वी चंपारण(मोतिहारी): ऐतिहासिक मोतीझील को बचाने के लिए शुरु किए गए "सेव मोतीझील" कार्यक्रम के तहत दीपावली के पूर्व संध्या पर दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मोतीझील बचाव अभियान समिति के बैनर तले आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक थे. मोतीझील के किनारे आयोजित कार्यक्रम में मोतीझील के बचे हुए हिस्से को बचाने के उपायों पर चर्चाएं हुई. साथ ही उपस्थित लोगों ने एक दीप जलाकर मोतीझील को बचाने का संकल्प लिया.

Motihari
सेव मोतीझील कार्यक्रम
मोतीझील को बचाने के प्रयास की सराहना कीइस मौके पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने मोतीझील को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि लोगों में मोतीझील को बचाने की भावना जगाए रखना जरुरी है. साथ ही मोतीझील को लेकर आम लोगों की जागरुकता भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि मोतीझील को बचाने के लिए गतिविधियां जारी रखनी होगी. मसलन पर्यटन और वाटर स्पोर्टस की दिशा में काम करना आवश्यक है. इसके साथ ही मोतीझील को अतिक्रमणमुक्त करने के अलावा इसके प्रदूषण को नियंत्रित करने का काम भी जिला प्रशासन जारी रखेगी.
देखें रिपोर्ट

प्रदूषण और अतिक्रमण है बड़ी समस्या
मोतिहारी के इतिहास और पहचान से जुड़ा मोतीझील प्रदूषण और अतिक्रमण इसकी सबसे बड़ी समस्या है. कई बार मोतीझील के सफाई और अतिक्रमणमुक्त को लेकर असफल प्रशासनिक पहल भी हुए है, लेकिन मोतीझील की स्थिति नहीं सुधरी. हालांकि,मोतीझील को बचाने के लिए सामाजिक संगठनों के साथ आम लोगों ने आंदोलन किए. बावजूद इसके मोतीझील की सूरत नहीं बदली.

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