मोतिहारीः बिहार सरकार के फरमान के खिलाफ पूर्वी चंपारण जिले के संवेदक गोलबंद हो गए है. सड़क निर्माण से जुड़े जिले के संवेदकों ने जिला परिषद् के सभागार में एक बैठक का आयोजन किया. जिसमें पांच प्रस्ताव पास किया गया है. संवेदकों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो जिले में चल रहे विकास कार्यों पर कभी भी ब्रेक लगा सकते हैं.
दरअसल, सरकार ने ग्रामीण कार्य विभाग के सभी पथों को एक सप्ताह के अंदर शत-प्रतिशत ठीक करने का आदेश जारी किया है. पथ ठीक नहीं कराने पर संबंधित संवेदक को डिबार करने का फरमान जारी किया गया है. सरकार के इसी आदेश के खिलाफ जिले के संवेदक गोलबंद हो गए. संवेदकों ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि उन्हें 31 दिसंबर तक का समय दिया जाए. इस तिथि में सभी पथों को शत-प्रतिशत ठीक कर लिया जायेगा.
1 सप्ताह में सड़क ठीक करना असंभव
संवेदकों के अनुसार बारिश और बाढ़ के कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिसे एक सप्ताह में ठीक करा पाना संभव नहीं है. बैठक में संवेदकों ने पांच प्रस्ताव पास किया है. जिसमें पूर्व में लंबित सभी योजनाओं के मरम्मति का भुगतान जल्द करने की बात कही गई है. इसके अलावे पथ में इन्श्योरेन्स कराने की प्रक्रिया हटाने, निर्माणाधीन पथ एवं अनुरक्षण पथों का भुगतान समय पर करने, वर्त्तमान में किसी भी संवेदक को दो माह से पहले डिबार व काली सूची में नहीं डालने समेत पांच मांगों से संबंधित प्रस्ताव संवेदकों ने बैठक में पारित किया है.