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Motihari News: अयोध्या से तीन गुना विराट रामायण मंदिर का निर्माण शुरू, 2025 के अंत में बनकर होगा तैयार

विश्वस्तरीय विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य आज मंगलवार से शुरू हो गया. केसरिया-चकिया पथ पर कथवलिया-बहुआरा के जानकी नगर में निर्माण कार्य का शुभारंभ महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने खुद अपनी देख-रेख में कराया. निर्माण कार्य में लगे मशीनों और अन्य उपकरणों के विधिवत पूजा-अर्चना के बाद मंदिर निर्माण कार्य की शुरुआत हुई.

मोतिहारी में विराट रामायण मंदिर का निर्माण शुरू
मोतिहारी में विराट रामायण मंदिर का निर्माण शुरू
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Published : Jun 20, 2023, 5:50 PM IST

मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी के केसरिया-चकिया पथ पर कथवलिया-बहुआरा के जानकी नगर में आज मंगलवार को विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य की शुरुआत हुई. निर्माण कार्य का शुभारंभ महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने खुद अपनी देख रेख में कराई. निर्माण कार्य में लगे मशीनों और अन्य उपकरणों के विधिवत पूजा-अर्चना के बाद मंदिर निर्माण कार्य की शुरुआत हुई. इस मौके पर आस पास के ग्रामीण भी मौजूद रहे. आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि मंदिर के भूगर्भ का कार्य इसी वर्ष नवंबर के अंत में पूरा हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: Bihar News: विराट रामायण मन्दिर का निर्माण कार्य आज से होगा शुरू, जानिये क्या है इसकी खासियत

मंदिर के भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक होगा पूरा : महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि अगर कोई प्राकृतिक विपदा ना हो और काम सामान्य गति से चला तो भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा. भूगर्भ का काम पूरा हो जाने के बाद जुलाई 2024 तक पाईलिंग तक का काम पूरा होगा. वर्ष 2025 के अंत तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा. वर्ष 2024 में अयोध्या में मंदिर बनता है तो वर्ष 2025 में विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. यह मंदिर तीन मंजिला है और इसमें 22 मंदिर का निर्माण होगा.

दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग का होगा निर्माण: उन्होंने कहा कि रामायण के सभी मुख्य घटनाओं के पात्र देवता घर में होंगे. मंदिर परिसर में महर्षि विश्वामित्र, केवट निषाद, अहिल्या उद्धार और भरत मिलाप के मंदिर के अलावा राम सीता के विवाह समेत शबरी के जूठे बेर खाने से संबंधित मंदिर का निर्माण होगा. साथ ही इस मंदिर परिसर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग बन रहा है जो रामेश्वरम का अवधारणा है. भगवान राम ने शिवजी की पूजा की और उसके बाद लंका विजय के लिए निकले.

"मंदिर के भूगर्भ का कार्य इसी वर्ष नवंबर के अंत में पूरा हो जाएगा. जिससे वैसे संशयवादियों को जबाब मिल जाएगा जो मंदिर के निर्माण को लेकर तरह-तरह की बातें कह रहे थे. अगर कोई प्राकृतिक विपदा ना हो और काम सामान्य गति से चला तो भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा." - आचार्य किशोर कुणाल, सचिव, महावीर मंदिर न्यास

मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी के केसरिया-चकिया पथ पर कथवलिया-बहुआरा के जानकी नगर में आज मंगलवार को विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य की शुरुआत हुई. निर्माण कार्य का शुभारंभ महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने खुद अपनी देख रेख में कराई. निर्माण कार्य में लगे मशीनों और अन्य उपकरणों के विधिवत पूजा-अर्चना के बाद मंदिर निर्माण कार्य की शुरुआत हुई. इस मौके पर आस पास के ग्रामीण भी मौजूद रहे. आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि मंदिर के भूगर्भ का कार्य इसी वर्ष नवंबर के अंत में पूरा हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: Bihar News: विराट रामायण मन्दिर का निर्माण कार्य आज से होगा शुरू, जानिये क्या है इसकी खासियत

मंदिर के भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक होगा पूरा : महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि अगर कोई प्राकृतिक विपदा ना हो और काम सामान्य गति से चला तो भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा. भूगर्भ का काम पूरा हो जाने के बाद जुलाई 2024 तक पाईलिंग तक का काम पूरा होगा. वर्ष 2025 के अंत तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा. वर्ष 2024 में अयोध्या में मंदिर बनता है तो वर्ष 2025 में विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. यह मंदिर तीन मंजिला है और इसमें 22 मंदिर का निर्माण होगा.

दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग का होगा निर्माण: उन्होंने कहा कि रामायण के सभी मुख्य घटनाओं के पात्र देवता घर में होंगे. मंदिर परिसर में महर्षि विश्वामित्र, केवट निषाद, अहिल्या उद्धार और भरत मिलाप के मंदिर के अलावा राम सीता के विवाह समेत शबरी के जूठे बेर खाने से संबंधित मंदिर का निर्माण होगा. साथ ही इस मंदिर परिसर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग बन रहा है जो रामेश्वरम का अवधारणा है. भगवान राम ने शिवजी की पूजा की और उसके बाद लंका विजय के लिए निकले.

"मंदिर के भूगर्भ का कार्य इसी वर्ष नवंबर के अंत में पूरा हो जाएगा. जिससे वैसे संशयवादियों को जबाब मिल जाएगा जो मंदिर के निर्माण को लेकर तरह-तरह की बातें कह रहे थे. अगर कोई प्राकृतिक विपदा ना हो और काम सामान्य गति से चला तो भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा." - आचार्य किशोर कुणाल, सचिव, महावीर मंदिर न्यास

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