मोतिहारी: चीन के कायराना हरकत से पूरा देश आक्रोशित है. ऐसे में मोतिहारी के तमाम व्यवसायी और आम लोगों ने उसे जबाब देने के लिए चीनी सामान का बहिष्कार करना शुरु कर दिया है. एक तरफ व्यवसायियों ने चीनी सामान के अपने ऑर्डर को रद्द कर दिया है.
वहीं आम लोग भी चीन निर्मित सामान खरीदने से बच रहे हैं. कुछ लोगों ने सरकार से मांग किया है कि चाइनीज सामान के आयात पर रोक लगाते हुए ट्रेड लाईसेंस को रद्द कर दिया जाए.
व्यवसायियों ने चीनी सामानों के ऑर्डर किए रद्द
कपड़ा व्यवसायी रामभजन ने बताया कि वे चीन निर्मित कोट, पैंट और चादर समेत कई तरह के कपड़ों को मंगाते थे. वहीं, उन्होंने बताया कि चीन निर्मित कपड़ों का आर्डर लगाया था. जिसे उन्होंने रद्द कर दिया है. रामभजन ने कहा कि उन्होंने अन्य दूसरे व्यवसायियों से भी आग्रह किया है कि वे चीन निर्मित सामानों को बेचने से बचे.
वहीं प्लास्टिक सामानों को बेचने वाले दुकानदार अशोक कुमार ने बताया कि उन्होंने चीन निर्मित प्लास्टिक के सामानों को बेचना बंद कर दिया है और दुकान पर आने वाले ग्राहकों से भी चीनी सामान नहीं खरीदने के लिए वे आग्रह करते हैं.
चीनी सामानों के आयात पर रोक लगाने की मांग
हेनरी बाजार के रहने वाले श्याम प्रकाश भी चीन के कायराना हरकत से काफी गुस्से में दिखाई दे रहे हैं. उन्होने भारत सरकार से मांग किया है कि चीनी सामानों के आयात पर पूर्णतः रोक लगाई जाए. साथ ही चीन के लिए जारी किए गए सभी ट्रेड लाईसेंस को रद्द कर दिया जाए, ताकि चीन का कोई भी सामान भारत में नहीं आ सके. वहीं, उन्होंने आम लोगों से भी आग्रह किया है कि सभी लोग चीन निर्मित सामानों की खरीददारी बंद कर दें.
आम लोग भी कर रहे चीनी सामान से परहेज
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में चीन निर्मित सामान बेचे जाते है. जिन चीनी सामानों को नहीं बेचने का अधिकतर दूकानदारों ने निर्णय लिया है. वहीं आम लोग भी चीनी सामान खरीदने से परहेज कर रहे हैं ताकि चीन को आर्थिक नुकसान पहुंचाकर गलवन घाटी में चीन की ओर से किए गए कायराना हरकत का उसे जबाब दे सके.