मोतिहारी: नेपाली गार्ड की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम पर परिवार के लोगों ने हमला कर दिया. बता दें आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने के लिए शव जला दिया था. आरोपी के परिजनों ने पुलिस टीम पर मिर्ची पाउडर फेंकने के बाद उनके साथ धक्का-मुक्की भी की. जिसमें दारोगा समेत तीन पुलिस कर्मियों को चोटें आई है.
दारोगा के बयान पर प्राथमिकी दर्ज
घटना को लेकर दारोगा के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. बताया जाता है कि दुष्कर्म और हत्या के बाद शव जलाने के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी करने हरिशंकर साह के घर पर पहुंची थी. उसी दौरान दरवाजा खोलते ही आरोपी के परिजनों ने मिर्ची पाउडर और अन्य ज्वलनशील पदार्थ से पुलिस टीम पर हमला कर दिया. जिसमें दारोगा अवधेश शर्मा, हवलदार सुनील कुमार यादव और सिपाही रणवीर कुमार जख्मी हो गए.
अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया भर्ती
घायलों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है. घटना को लेकर दारोगा के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में दो लोगों को आरोपित किया गया है. बता दें कि कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में 21 जनवरी को नेपाल की लड़की के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई. स्थानीय थानाध्यक्ष संजीव रंजन की मिली भगत से मृतिका के शव को बिना एफआईआर और पोस्टमार्टम के जला दिया गया.
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इस मामले में मृतिका के पिता ने घटना के 13 दिनों बाद एफआईआर के लिए आवेदन देकर 11 लोगों को आरोपित किया है. आरोपितों में से दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और शेष बचे अन्य 9 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.