मोतिहारी: नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व कृषि राज्य मंत्री मंत्री डॉ अखिलेश सिंह ने अपने घोषणा के अनुसार केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के खिलाफ पोल खोल अभियान शुरु कर दिया है.
अखिलेश सिंह ने राधा मोहन सिंह के ऊपर साक्ष्य के साथ आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि राधा मोहन सिंह ने पोस्ट रिटायरमेंट बेनिफिट के लिए बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी की स्थापना की. क्योंकि वह जानते हैं कि वह अपने जीवन के अंतिम चुनाव में जीतने वाले नहीं हैं. बापूधाम मिल्क प्रोड्यूर कम्पनी की स्थापना के पीछे भ्रष्टाचार और लूट का मॉडल उसी प्रकार का है. जैसे पीएम की संलिप्तता राफेल डील में दिखती है और अमित शाह के बेटे की कमाई में दिखती है.
खड़े किए कई सवाल
दरअसल, बिहार प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश सिंह पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय कृषि मंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. बेटे आकाश सिंह के चुनाव अभियान को देख रहे डॉ अखिलेश सिंह ने राधा मोहन सिंह के खिलाफ पोल खोलने का ऐलान किया था. लिहाजा, अखिलेश सिंह ने एक होटल में बुलाये गए संवाददाता सम्मेलन में जिले के बापू धाम मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी के नाम पर करोड़ों रुपये की काली कमाई करने का आरोप लगाते हुए उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को फेक बताया. साथ ही घाटे में चल रही मदर डेयरी के कोटवा में स्थापित प्लांट को लेकर भी सवाल खड़ा किया.
फर्जीवाड़े में लिप्त कंपनी
अखिलेश सिंह ने कहा कि नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के चेयर मैन दिलीप रथ को दो-दो बार सेवा विस्तार किस आधार पर दिया गया इसका जबाब केंद्रीय मंत्री को देना चाहिए. क्योंकि मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के चंद रोज पहले आनन-फानन में दिलीप रथ को सेवा विस्तार दिया गया. अखिलेश सिंह ने बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के स्थापना पर ही सवाल खड़ा करते हुए कहा कि साढ़े बारह हजार की पूंजी से शुरु हुई कंपनी को एनडीडीबी ने आनन-फानन में तैंतीस करोड़ का प्रोजेक्ट सेंशन कर दिया. उन्होने कहा कि फर्जीवाड़े के ढ़ेर पर बनी बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी से संबंधित सभी कागजात राहुल गांधी को सौपेंगे, ताकि करोड़ों के इस घपले को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा सके.