मोतिहारी: विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ी हुई है. यहां दूसरे चरण यानी की तीन नवंबर को मतदान होना है. नामांकन की आखिरी तारीख 16 अक्टूबर थी. सभी प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया है. और अब जीत हासिल करने के लिए मंथन शुरु हो चुका है. पूर्वी चंपारण की जंग इस बार काफी दिलचस्प होने वाली है. 2010 और 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के रुप मेें प्रमोद कुमार विजयी रहे थे.
इधर आरजेडी प्रत्याशियों के नामांकन में शामिल होने पहुंचे विनोद श्रीवास्तव ने आरजेडी कार्यकर्त्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान विनोद श्रीवास्तव ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया. विनोद श्रीवास्तव ने आरजेडी के टिकट से वर्ष 2014 लोकसभा का चुनाव पूर्वी चंपारण से लड़ा था.और दूसरे नंबर पर रहे थे. उसके बाद वर्ष 2015 के चुनाव में आरजेडी के टिकट पर मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र से विनोद श्रीवास्तव चुनावी मैदान में उतरे थे. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकट बंटवारे के दौरान विनोद श्रीवास्तव पर भी पैसे के लेन- देन के आरोप लगे थे. जिसको विनोद श्रीवास्तव ने सिरे से खारिज कर दिया है.
तेजस्वी होंगे मुख्यमंत्री- ओमप्रकाश चौधरी
आरजेडी प्रत्याशी ओमप्रकाश चौधरी ने मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र से शुक्रवार को नामांकन किया. नामांकन के बाद ओमप्रकाश चौधरी ने कहा कि मोतिहारी का बंद चीनी मील और मोती झील उनका मुख्य मुद्दा होगा. राजद प्रत्याशी ओमप्रकाश चौधरी ने कहा कि इस बार महागठबंधन की सरकार बनेगी. और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री होंगे. बता दें कि ओमप्रकाश चौधरी ने वर्ष 2015 में सुगौली विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. विधानसभा चुनाव 2020 में ओमप्रकाश को आरजेडी ने मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है.
सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में सरगर्मी
विधानसभा चुनाव 2020 के साथ सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की सरगर्मी भी जारी है. जेपी विश्व विद्यालय के प्राध्यापक प्रो. रणजीत कुमार सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार हैं. उन्होंने दावा किया कि उन्हें शिक्षकों का अपार समर्थन मिल रहा है. रणजीत के मोतिहारी पहुंचने पर शिक्षकों ने उनका स्वागत किया. टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समेत कई शिक्षक नेता भी इस दौरान मौजूद थे.
कुल मिलाकर यह की विधानसभा चुनाव और सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में सभी प्रत्याशियों वोटरों को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार कर रहे हैं.