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दरभंगा: CAA-NRC के विरोध में 'यंग इंडिया' ने बनाई मानव श्रृंखला, केंद्र से कानून वापस लेने की मांग

एनआरसी और सीएए के विरोध में 'यंग इंडिया' ने रविवार को मानव श्रृंखला बनाकर अपनी आवाज बुलंद की. कार्यकर्ताओं ने सरकार से इसे वापस लेने की मांग की. साथ ही चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन होगा.

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Published : Jan 5, 2020, 6:20 PM IST

Updated : Jan 5, 2020, 7:51 PM IST

दरभंगा: एनआरसी, सीएए और एनपीआर के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर गठित 'यंग इंडिया' ने रविवार को बिहार में मानव श्रृंखला बनाई. जिले में ये मानव श्रृंखला कोतवाली चौक से लहेरियासराय होते हुए इनकम टैक्स चौक तक बनाई गई. इसमें बड़ी संख्या में छात्र और युवा शामिल हुए. लोगों ने इस कानूनों को भेदभावपूर्ण बताते हुए वापस लेने की मांग की.

'काला कानून को लेना होगा वापस'
'यंग इंडिया' के सदस्य प्रिंस कुमार ने कहा कि मोदी सरकार को आम लोगों ने चुना है. सरकार ने आम लोगों को नहीं चुना है. उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह पर जबरदस्ती कानूनों को थोपने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि युवा और छात्र इस कानून को नकार चुके हैं. सरकार को इस काले कानून को वापस लेना ही होगा.

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मानव श्रृंखला बनाकर युवाओं ने जताया विरोध

'अधिकार का हनन कर रही है सरकार'
वहीं, मो. जहांगीर ने कहा कि इस देश पर मुगलों ने सैकड़ों साल तक राज किया. उनके शासन में जब भेदभाव और अन्याय होने लगा तो, उन्हें वापस जाना पड़ा. उन्होंने कहा कि सरकार देश में लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन कर रही है.

यंग इंडिया ने बनाई मानव श्रृंखला

बता दें कि केंद्र सरकार के एनआरसी, सीएए और एनपीआर कानूनों के खिलाफ देश भर में विपक्षी दल और संगठन आंदोलन कर रहे हैं. यंग इंडिया में बिहार में आइसा, एआईएसएफ, एसएफआई, भीम आर्मी, छात्र राजद समेत कई संगठन शामिल है. ये संगठन सुनियोजित ढंग से इन कानूनों का विरोध कर रहा है.

दरभंगा: एनआरसी, सीएए और एनपीआर के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर गठित 'यंग इंडिया' ने रविवार को बिहार में मानव श्रृंखला बनाई. जिले में ये मानव श्रृंखला कोतवाली चौक से लहेरियासराय होते हुए इनकम टैक्स चौक तक बनाई गई. इसमें बड़ी संख्या में छात्र और युवा शामिल हुए. लोगों ने इस कानूनों को भेदभावपूर्ण बताते हुए वापस लेने की मांग की.

'काला कानून को लेना होगा वापस'
'यंग इंडिया' के सदस्य प्रिंस कुमार ने कहा कि मोदी सरकार को आम लोगों ने चुना है. सरकार ने आम लोगों को नहीं चुना है. उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह पर जबरदस्ती कानूनों को थोपने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि युवा और छात्र इस कानून को नकार चुके हैं. सरकार को इस काले कानून को वापस लेना ही होगा.

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मानव श्रृंखला बनाकर युवाओं ने जताया विरोध

'अधिकार का हनन कर रही है सरकार'
वहीं, मो. जहांगीर ने कहा कि इस देश पर मुगलों ने सैकड़ों साल तक राज किया. उनके शासन में जब भेदभाव और अन्याय होने लगा तो, उन्हें वापस जाना पड़ा. उन्होंने कहा कि सरकार देश में लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन कर रही है.

यंग इंडिया ने बनाई मानव श्रृंखला

बता दें कि केंद्र सरकार के एनआरसी, सीएए और एनपीआर कानूनों के खिलाफ देश भर में विपक्षी दल और संगठन आंदोलन कर रहे हैं. यंग इंडिया में बिहार में आइसा, एआईएसएफ, एसएफआई, भीम आर्मी, छात्र राजद समेत कई संगठन शामिल है. ये संगठन सुनियोजित ढंग से इन कानूनों का विरोध कर रहा है.

Intro:दरभंगा। एनआरसी, सीएए और एनपीआर के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय स्तर पर गठित 'यंग इंडिया' ने रविवार को बिहार में मानव श्रृंखला बनाई। दरभंगा में ये मानव श्रृंखला कोतवाली चौक से लहेरियासराय और इनकम टैक्स चौक तक बनाई गई। इसमें बड़ी संख्या में छात्र-युवा शामिल हुए। लोगों ने इस कानूनों को भेदभावपूर्ण बताते हुए इन्हें वापस लेने की मांग की। ई टीवी भारत संवाददाता ने इस मानव श्रृंखला में शामिल कुछ लोगों से बात की।


Body:युवा प्रिंस कुमार ने कहा कि मोदी सरकार को आम लोगों ने चुना है सरकार ने आम लोगों को नहीं चुना है। उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह पर ज़ोर-ज़बरदस्ती से कानूनों को थोपने आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि युवा और छात्र इस कानून को नकार चुके हैं। इन्हें आपस लेना ही होगा।

मो. जहांगीर ने कहा कि इस देश पर मुगलों ने सैकड़ों साल तक राज किया। उनके शासन में जब भेदभाव और अन्याय आ गया तो उन्हें वापस जाना पड़ा। उसी तरह से अंग्रेजों को भी जाना पड़ा। अब देश मे लोकतांत्रिक सरकार भी वही काम कर रही है। इस सरकार को भी जाना पड़ेगा।

वहीं, युवा त्रिभुवन कुमार ने कहा कि यंग इंडिया में देश के 83 छात्र और युवा संगठन शामिल हैं। युवाओं का आक्रोश मोदी और अमित शाह के विरोध में बढ़ रहा है। जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाता तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा।


Conclusion:बता दें कि केंद्र सरकार के एनआरसी, सीएए और एनपीआर कानूनों के खिलाफ देश भर में विपक्षी दल और संगठन आंदोलन कर रहे हैं। यंग इंडिया में बिहार में आइसा, एआईएसएफ, एसएफआई, भीम आर्मी, छात्र राजद समेत कई संगठन शामिल हैं। ये संगठन सुनियोजित ढंग से इन कानूनों का विरोध कर रहा है।

बाइट 1- प्रिंस कुमार, स्थानीय.
बाइट 2- मो. जहांगीर, स्थानीय.
बाइट 3- त्रिभुवन कुमार, स्थानीय.

walkthrough के साथ
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विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
Last Updated : Jan 5, 2020, 7:51 PM IST
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