ETV Bharat / state

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस : 'हजार से नहीं तीन अच्छे अखबारों से डरता था नेपोलियन'

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस में कार्यक्रम का उद्घाटन सीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुश्ताक अहमद ने किया.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस
author img

By

Published : May 3, 2019, 4:00 PM IST

दरभंगा: विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम कॉलेज में सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार 'समाज निर्माण में चौथे स्तंभ का योगदान' विषय पर रखा गया था. इसे दरभंगा यूनेस्को क्लब की ओर से आयोजित किया गया था.

इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुश्ताक अहमद ने कहा कि पत्रकारों को तटस्थ रहने को कहा जाता है. लेकिन पत्रकारों को न्याय का पक्षधर होना चाहिये. उन्हें पीड़ित लोगों के पक्ष में काम करना चाहिये.

तय होती है देश की रैकिंग
प्राचार्य ने कहा कि पत्रकारों को मूक दर्शक नहीं होना हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में देशों की प्रेस की आजादी के आधार पर रैंकिंग होती है. उसमें पिछले दो साल में भारत तीन पायदान नीचे खिसक गया है और उसकी रैंकिंग 136वें नंबर पर है.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस में सेमिनार का आयोजन

हजार से अच्छा से तीन अखबार
उन्होंने कहा कि नेपोलियन बोनापार्ट ने कहा था कि उन्हें हजारों से नहीं बल्कि उस समय निकल रहे तीन अखबारों से डर लगता था. लेकिन, आज की स्थिति मीडिया की आजादी के मामले में चिंतनीय है. कार्यक्रम में सीएम कॉलेज के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के अलावा स्थानीय अखबारों, टीवी चैनलों और वेब मीडिया के पत्रकारों ने शिरकत की.

दरभंगा: विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम कॉलेज में सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार 'समाज निर्माण में चौथे स्तंभ का योगदान' विषय पर रखा गया था. इसे दरभंगा यूनेस्को क्लब की ओर से आयोजित किया गया था.

इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुश्ताक अहमद ने कहा कि पत्रकारों को तटस्थ रहने को कहा जाता है. लेकिन पत्रकारों को न्याय का पक्षधर होना चाहिये. उन्हें पीड़ित लोगों के पक्ष में काम करना चाहिये.

तय होती है देश की रैकिंग
प्राचार्य ने कहा कि पत्रकारों को मूक दर्शक नहीं होना हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में देशों की प्रेस की आजादी के आधार पर रैंकिंग होती है. उसमें पिछले दो साल में भारत तीन पायदान नीचे खिसक गया है और उसकी रैंकिंग 136वें नंबर पर है.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस में सेमिनार का आयोजन

हजार से अच्छा से तीन अखबार
उन्होंने कहा कि नेपोलियन बोनापार्ट ने कहा था कि उन्हें हजारों से नहीं बल्कि उस समय निकल रहे तीन अखबारों से डर लगता था. लेकिन, आज की स्थिति मीडिया की आजादी के मामले में चिंतनीय है. कार्यक्रम में सीएम कॉलेज के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के अलावा स्थानीय अखबारों, टीवी चैनलों और वेब मीडिया के पत्रकारों ने शिरकत की.

Intro:दरभंगा। आज विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस है। इस अवसर पर सीएम कॉलेज में दरभंगा यूनेस्को क्लब की ओर से 'समाज निर्माण में चौथे स्तंभ का योगदान' विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।


Body:कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुश्ताक़ अहमद ने कहा कि पत्रकारों को तटस्थ रहने को कहा जाता है, लेकिन पत्रकारों को न्याय का पक्षधर होना चाहिये। उन्हें पीड़ित लोगों के पक्ष में काम करना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमें मूक दर्शक नहीं होना है, लेकिन आज हम मूक दर्शक तो क्या उसके मुख्य आकर्षण हो गए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में देशों की प्रेस की आज़ादी के आधार पर रैंकिंग होती है। उसमें पिछले दो साल में भारत तीन पायदान नीचे खिसका है और उसकी रैंकिंग 136वें नंबर पर है। उन्होंने कहा कि नेपोलियन बोनापार्ट ने कहा था कि उन्हें हज़ारों संगीनों से नहीं बल्कि उस समय निकल रहे तीन अखबारों से डर लगता था। लेकिन, आज की स्थिति मीडिया की आज़ादी के मामले में चिंतनीय है।


Conclusion:कार्यक्रम में सीएम कॉलेज के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के अलावा स्थानीय अख़बारों, टीवी चैनलों और वेब मीडिया के पत्रकारों ने शिरकत की।


बाइट 1- डॉ. मुश्ताक अहमद, प्राचार्य, सीएम कॉलेज


विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.