दरभंगाः ऐपवा (अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन) के आह्वान पर गुरुवार को जिलाध्यक्ष साधना शर्मा के नेतृत्व में महिलाओं ने एकदिवसीय भूख हड़ताल किया. यह भूख हड़ताल कोरोना के नाम पर साम्प्रदायिकता और महिला हिंसा पर रोक लगाते हुए सबके लिए रोटी, न्याय और सामाजिक सौहार्द बनाये रखने की अपील के साथ की गई.
वहीं, ऐपवा जिला अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में एक ओर लोग जहां भूख की समस्या से जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कोरोना के नाम पर एक समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने का अभियान चलाया जा रहा है. अहमदाबाद में दो अलग-अलग धर्मों के मरीजों के लिए अलग-अलग वार्ड बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि समाज में अगर यह नफरत बढ़ा तो इसकी शिकार महिलाएं होंगी.
हिंसा और पुलिसिया दमन पर रोक लगाने की मांग
साधना शर्मा ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन में महिला के खिलाफ हिंसा में वृद्धि हुई है. क्वॉरेनटाइन सेंटर में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया. वहीं, जहानाबाद के दयाली बिगहा और औरंगाबाद के अकौनी में घर में घुसकर महिलाओं की बर्बर पिटाई की घटना हुई. ऐपवा जिलाध्यक्ष ने सरकार से इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की. साधना शर्मा का कहना है कि लगातार अपील के बाद भी सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. महिलाओं पर जारी हिंसा और पुलिसिया दमन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई.