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उत्तर बिहार के लोगों के लिए अच्छी खबर! अब DMCH में भी होगा कोरोना पॉजिटिव का इलाज - डीएमसीएच

डीएमसीएच के कोरोना वायरस के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रवीण सिंह ने बताया है कि एचआइवी की दवा लोपीनावीर और रिटोनावीर है. यह दवा एंटीवायरल है. दूसरी दवा ज्वाइंट पेन या अर्थराइटिस में दी जाने वाली हाइड्रोक्सीन क्लोरोक्वीन क्वीन है, जो इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के साथ-साथ किसी भी वायरस से लड़ने की भी क्षमता रखता है.

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Published : Apr 5, 2020, 12:39 PM IST

दरभंगा : उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में कोरोना जांच शरू होने के बाद अब ये पूर्ण रूप से कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार है. वहीं, कोरोना वायरस की जांच के बाद अब पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए सरकार की ओर से कारगर दवाओं की आपूर्ति भी शुरू कर दी गई है. आपूर्ति की गई दवाओं में वायरस के इलाज में कारगर एचआइवी और स्वाइन फ्लू की दवा की आपूर्ति हो चुकी है. इन दवाओं से राजस्थान के जयपुर स्थित मानसिंह अस्पताल में इलाज किया जा चुका है.

डीएमसीएच में जांच के बाद 52 रिपोर्ट नेगेटिव
डीएमसीएच के कोरोना वायरस के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रवीण सिंह ने बताया है कि एचआइवी की दवा लोपीनावीर और रिटोनावीर है. यह दवा एंटीवायरल है. दूसरी दवा ज्वाइंट पेन या अर्थराइटिस में दी जाने वाली हाइड्रोक्सीन क्लोरोक्वीन क्वीन है, जो इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के साथ-साथ किसी भी वायरस से लड़ने की भी क्षमता रखता है. यह दवा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के गाइड लाइन पर दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि राहत की खबर यह है कि यहां पर हुए सभी 52 कोरोना की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आयी है.

darbhanga
डॉक्टरों ने कोरोना वायरस पर की चर्चा

कोरोना के संक्रमण से लड़ने को अस्पताल पूरी तरह तैयार
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने कहा की कोरोना वायरस के इलाज के लिए जितने संसाधन की आवश्यकता है. सभी सुविधाओं से अस्पताल लैस हो चुका है. यहां पर कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीज के लिए ICU, HDU के साथ ही नर्सिंग कालेज और हॉस्टल मिलाकर 200 से अधिक बेड़ों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. वहीं, उन्होंने कहा की सभी विभाग के विभागाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि आप अपने वार्ड के पचास प्रतिशत बेड को खाली रखें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उस जगह को आइसोलेशन वार्ड तैयार कर इलाज किया जा सके.

दरभंगा : उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में कोरोना जांच शरू होने के बाद अब ये पूर्ण रूप से कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार है. वहीं, कोरोना वायरस की जांच के बाद अब पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए सरकार की ओर से कारगर दवाओं की आपूर्ति भी शुरू कर दी गई है. आपूर्ति की गई दवाओं में वायरस के इलाज में कारगर एचआइवी और स्वाइन फ्लू की दवा की आपूर्ति हो चुकी है. इन दवाओं से राजस्थान के जयपुर स्थित मानसिंह अस्पताल में इलाज किया जा चुका है.

डीएमसीएच में जांच के बाद 52 रिपोर्ट नेगेटिव
डीएमसीएच के कोरोना वायरस के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रवीण सिंह ने बताया है कि एचआइवी की दवा लोपीनावीर और रिटोनावीर है. यह दवा एंटीवायरल है. दूसरी दवा ज्वाइंट पेन या अर्थराइटिस में दी जाने वाली हाइड्रोक्सीन क्लोरोक्वीन क्वीन है, जो इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के साथ-साथ किसी भी वायरस से लड़ने की भी क्षमता रखता है. यह दवा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के गाइड लाइन पर दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि राहत की खबर यह है कि यहां पर हुए सभी 52 कोरोना की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आयी है.

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डॉक्टरों ने कोरोना वायरस पर की चर्चा

कोरोना के संक्रमण से लड़ने को अस्पताल पूरी तरह तैयार
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने कहा की कोरोना वायरस के इलाज के लिए जितने संसाधन की आवश्यकता है. सभी सुविधाओं से अस्पताल लैस हो चुका है. यहां पर कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीज के लिए ICU, HDU के साथ ही नर्सिंग कालेज और हॉस्टल मिलाकर 200 से अधिक बेड़ों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. वहीं, उन्होंने कहा की सभी विभाग के विभागाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि आप अपने वार्ड के पचास प्रतिशत बेड को खाली रखें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उस जगह को आइसोलेशन वार्ड तैयार कर इलाज किया जा सके.

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