दरभंगा: उत्तर बिहार और मिथिलांचल के लोगों के लिए खुशी की खबर है. दरभंगा एयरपोर्ट (Darbhanga Airport) के नए टर्मिनल भवन और रनवे के विस्तार के लिए बिहार सरकार ने 336.76 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. सरकार ने एनएच 57 के किनारे रानीपुर पंचायत के बसुदेवपुर मौजे गांव में 78 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसमें से 54 एकड़ जमीन पर टर्मिनल भवन बनना है, जबकि 24 एकड़ जमीन पर रनवे का विस्तार किया जाना है.
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एयरपोर्ट को आनेवाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाए जाने की योजना को देखते हुए काम होना है. दरभंगा रामायण सर्किट के अंतर्गत आता है. इसके विस्तार के बाद पर्यटन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी. इसको लेकर दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 336.76 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं. इससे नए टर्मिनल भवन का निर्माण होना है और रनवे का विस्तार होना है. एयरपोर्ट शुरू होने से मिथिला के विकास का द्वार खुला है.
बीजेपी विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा था. एयरपोर्ट का विस्तार उसी दिशा में एक कदम है. उन्होंने इसके लिए सीएम नीतीश कुमार समेत कैबिनेट के सभी मंत्रियों का आभार जताया है.
उधर, बसुदेवपुर मौजे गांव के एक किसान बूलन बाबू ने कहा कि सरकार ने एयरपोर्ट के विस्तार के लिए किसानों की 78 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू की है. जिला प्रशासन ने केंद्र सरकार के कानून के अनुसार मुवावजा नहीं निर्धारित किया है. उन्होंने कहा कि पिछली बार 50 एकड़ जमीन के लिए 400 एकड़ से ज्यादा मुआवजा प्रस्तावित था, जबकि इस बार 78 एकड़ जमीन के लिए महज 336.76 करोड़ मुआवजा तय किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि डीएम से किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने मिलकर लिखित रूप से अपनी शिकायत दर्ज कराई है.
वहीं, एक अन्य किसान जितेंद्र पासवान ने कहा कि यह खुशी की बात है कि रानीपुर पंचायत में एयरपोर्ट का टर्मिनल बन रहा है. इससे इस इलाके का विकस होगा और यहां रोजगार बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों के लिए सही मुआवजे का भुगतान करना चाहिए ताकि जो किसान अपनी जमीन दें, उनके साथ अन्याय नहीं हो.
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बता दें कि उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट की शुरुआत 8 नवंबर 2020 को हुई थी. शुरुआत के एक साल के भीतर ही उड़ान योजना के तहत संचालित एयरपोर्ट में दरभंगा ने पहला स्थान बना लिया. कॉमर्शियल कैटेगरी में इसने इसने देश के कई बड़े एयरपोर्ट को पछाड़ते हुए कमाई के मामले में रिकॉर्ड कायम कर लिया है. बिहार में कम क्षमता और संसाधन के बावजूद यात्रियों की संख्या के मामले में तुलनात्मक रूप से इसने पटना एयरपोर्ट को भी पीछे छोड़ दिया है. इसको देखते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की मांग हो रही है.