दरभंगा: बिहार के दरभंगा राज श्मशान परिसर में 6 महाराजाओं और एक महारानी की चिता पर बने सात मंदिर हैं. यह परिसर तंत्र साधना के लिए प्रसिद्ध रहा है. मान्यता है कि यहां राजवंश के महाराजा अपने काल में तंत्र की साधना किया करते थे. इस परिसर में मां श्यामा का मंदिर सबसे प्रसिद्ध है. जहां दर्शन करने देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं.
देश-विदेश से आते है श्रद्धालु
इस परिसर में अन्नपूर्णा मंदिर महारानी की चिता पर बना है. लक्ष्मेश्वरी तारा मंदिर महाराजा लक्ष्मेश्वर सिंह की चिता पर बना है. रुद्रेश्वरी काली मंदिर महाराजा रुद्र सिंह की चिता पर है. इसी तरह सभी मंदिर किसी न किसी महाराजा की चिता पर ही बने हैं.
महाराजा की चिता पर बना है मंदिर
श्यामा मंदिर के पुजारी ताराकांत झा ने बताया कि यहां तांत्रिक विधि से ही पूजा की जाती है. इसकी प्रसिद्धि भारत के अलावा विदेशों में भी है. श्यामा मंदिर महाराजा रामेश्वर सिंह की चिता पर स्थित है. इसे महाराजा कामेश्वर सिंह ने अपने पिता महाराजा रामेश्वर सिंह की चिता पर बनवाया था.
श्रद्धालु की होती है भीड़
श्रद्धालु शेखर झा ने बताया कि मां श्यामा सबकी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. यह मंदिर मिथिलांचल के अलावा नेपाल में भी काफी प्रसिद्ध है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा श्मशान परिसर है जहां सभी शुभ कार्य होते हैं. यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.