दरभंगा: जिले के कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि में छात्र संघ चुनाव होने वाला है. इसके प्रति यहां के छात्रों में खास रुचि नहीं दिख रही है. जहां बिहार के अन्य विवि में छात्रों के बीच एक दूसरे को मात देने के लिए जबरदस्त रणनीति बनती दिखती है, वहीं संस्कृत विवि में चुनाव लड़ने के लिए छात्र ही नहीं मिल रहे हैं.
पांच पदों के लिए महज चार नामांकन
विवि में 27 सितंबर को मतदान की तिथि घोषित है. 21 सितंबर को नामांकन की अंतिम तिथि बीत जाने के बाद भी पांच पदों में से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए महज चार उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. संयुक्त सचिव के लिए एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ है. ऐसे में संयुक्त सचिव का पद तो खाली रहेगा ही, अगर इन चार में से कोई नामांकन रद्द होता है तो वह पद भी खाली रह जाएगा. इस वजह से बिना मतदान के छात्रसंघ का गठन तय है.
'निर्विरोध चुनाव होना अच्छी बात है'
विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने बताया कि यहां तीन सालों से लगातार चुनाव हो रहा है. ऐसा नहीं है कि छात्रों को चुनाव के बारे में बताने की जरूरत है. उन्होंने विवि का बचाव करते हुए कहा कि अगर निर्विरोध चुनाव हो रहा है तो अच्छी बात है. छात्र अगर आपसी सहमति से किसी एक को चुनते हैं तो यह बहुत अच्छी बात है.