दरभंगा: लॉकडाउन के दौरान राज्य के बाहर से आए सभी अप्रवासी लोगों को उनके गांव के स्कूल और पंचायत भवन में क्वारंटाइन किया गया है. इसमें से जिन लोगों का 14 दिन पूरा हो गया था, उन्हें उनके घर भेज दिया गया है. जिला में 106 क्वारंटाइन सेन्टर कार्यरत हैं, जिसमें कुल 701 अप्रवासी मजदूर और अन्य व्यक्ति ठहरे हुए हैं. जिनको सरकारी स्तर पर सभी सुविधाएं प्रदान की जा रही है.
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि सरकार के निर्देशनुसार जिले के गांव में स्थित क्वारंटाइन केंद्रों में ठहरे व्यक्तियों के बीच वस्त्र, बर्तन और दैनिक उपयोग की अन्य जरूरी सामग्री का वितरण किया गया है. इसमें धोती, लूंगी, गंजी, गमछा, साड़ी, ब्लाउज़, थाली, प्लेट, ग्लास, साबुन, शैम्पू, कंघी आदि सामग्री शामिल है. वहीं. उन्होंने बताया कि 977 लोगों को क्वारंटाइन केन्द्रों में खाना खिलाया गया.
एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत FIR दर्ज
वहीं, डीएम ने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन कर अनाधिकृत तौर पर बिना पास के दिल्ली से दरभंगा आए रविन्द्र यादव के विरुद्ध एपिडेमिक डिजीज एक्ट, 1897 के तहत कार्रवाई की गई है. ये अपने मारूति कार नम्बर- DL-1ZA-1659 बिना समुचित पास के दिल्ली से लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए दिनांक 23 अप्रैल को दरभंगा पहुंचे थे. जिसको लेकर उनके वाहन को जब्त कर उनके विरूद्ध घनश्यामपुर थाना में एपिडेमिक डिजीज एक्ट के अन्तर्गत लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है.