दरभंगा: जिले के बहादुरपुर प्रखंड क्षेत्र में दलित शोषण मुक्ति मंच बहादुरपुर प्रखंड कमेटी की ओर से प्रतिरोध प्रदर्शन किया गया. इन्होंने गंगा देवी को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन किया, जिसकी डीएमसीएच में मौत हो गई थी.
नहीं हुई आरोपियों पर कार्रवाई
बहादुरपुर के बिरनिया चौक पर प्रतिरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए दलित शोषण मुक्ति मंच के राज्य कमिटी सदस्य रामसागर पासवान ने कहा कि हायाघाट प्रखंड के पतोर गांव में दलित लड़की ज्योति पासवान की हत्या एक जुलाई को हुई, लेकिन आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
15 जुलाई को आंदोलन की चेतावनी
साथ ही डीएमसीएच में गलत ब्लड चढ़ाने और डॉक्टर की लापरवाही के चलते गंगा देवी की मौत हो गई. जिला समाहर्ता द्वारा तीन सदस्यीय जांच टीम ने भी माना कि डॉक्टर की लापरवाही और गलत ब्लड चढ़ाने से गंगा देवी की मौत हुई है. मगर डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं हो रही है. इन्हीं मांगों को लेकर दलित शोषण मुक्ति मंच और कई दलित संगठनों के द्वारा 15 जुलाई को आईजी कार्यालय के समक्ष मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे.
जन आक्रोश प्रदर्शन की चेतावनी
एसएफआई के जिला संयोजक नीरज कुमार ने कहा कि गंगा देवी और ज्योति को जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि 15 जुलाई को गंगा देवी और ज्योति को न्याय दिलाने की मांग को लेकर दरभंगा पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय के सामने जन आक्रोश प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में बहादुरपुर के विभिन्न गांव से जत्था आईजी के यहां मार्च करेगा. इसकी व्यापक तैयारी चल रही है. गांव और पंचायत स्तर पर जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है.
महिला समिति ने किए सवाल
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिला अध्यक्ष सुशीला देवी ने बताया कि आए दिन गरीब दलितों की बच्चियों महिलाओं पर सामंती अपराधियों के द्वारा शोषण किया जा रहा है, लेकिन सत्ता में बैठी सरकार को इस बात की कतई चिंता नहीं है कि क्यों उनके सुशासन राज्य में बहू बेटियां सुरक्षित नहीं हैं? अब हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके खिलाफ हम जन संघर्ष और आंदोलन करेंगे. दरभंगा जिला एडवा 15 जुलाई को आक्रोष पूर्ण प्रदर्शन का समर्थन करती है.
एनडीए सरकार में दलितों का शोषण!
साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना में न्याय की मांग कर रहे निर्दोष लोगों पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है और महिलााओं बच्च्चों व बुजुर्गों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया, जिसमें कई महिलाएं घायल हुई है. भाजपा-जदयू के राज में लगातार दलितों पर हमले हो रहे हैं और हमलावरों पर कार्रवाई नहीं हो रही है.