ETV Bharat / state

लॉकडाउन के कारण पशुपालकों की बढ़ी परेशानी, मवेशियों को चारा नहीं हो रहा नसीब

लॉक डाउन के कारण पशुपालकों की समस्या बढ़ती जा रही है. एक ओर जहां बाजारों में चारा नहीं मिल रहा है. वहीं, दूसरी ओर दूध की बिक्री भी नहीं हो रही है.

darbhanga
darbhanga
author img

By

Published : Apr 10, 2020, 11:44 AM IST

दरभंगा: कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए 14 अप्रैल तक देश में लॉक डाउन लगाया गया है. लॉक डाउन के कारण पशुपालकों के सामने उनके चारा और दूध की बिक्री की समस्या खड़ी हो गई है. आलम ये है कि चारा की किल्लत झेल रहे पशुपालकों को समुचित कीमत पर चोकर और पशु आहार भी नहीं मिल रहा है. वहीं, लॉक डाउन के कारण सबसे बड़ी समस्या दूध बिक्री की हो गई है. बाजारों में दुकान बंद होने के कारण पशुपालकों तक दूध कारोबारियों ने आना बंद कर दिया है.

पशुपालक परशुराम यादव ने बताया कि बाजारों की दुकानें बंद रहने के कारण दूध की बिक्री की समस्या बनी हुई है. पहले दूध कारोबारी हमलोगों का दूध लेकर बाजार की दुकानें और होटल में बेचकर हमलोगों को पैसा देने का काम करता था. लेकिन बाजार बंद होने के कारण वे लोग भी नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके चलते मवेशियों को दाना और चोकर देना कठिन हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि बताया कि इन दिनों लगन में दूध का फला-फूला कारोबार होता था. कोरोना के कारण आलम ये है कि दूध के खरीददारों के इंतजार में समय पार हो रहा है.

darbhanga
पशुओं को चराने ले जाते पशुपालक

दोहरी मार झेल रहे पशुपालक
वहीं, पशुपालक राम सेवक का कहना है कि लॉक डाउन के कारण उनपर दोहरी मार पड़ रही है. इस लॉक डाउन के कारण सबसे अधिक पशु के चारे की व्यवस्था करने में भी काफी परेशानियां हो रही है. जिनके पास खेती है, उनका तो काम चला रहा हैं. लेकिन बहुत सारे ऐसे पशुपालक हैं. जिनकी खेती नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें अधिक परेशानी हो रही है. पशुपालक ने कहा की सबसे बड़ी समस्या ये है की संक्रमण के भय से अधिकतर लोगों ने दूध लेना बंद कर दिया है.

दरभंगा: कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए 14 अप्रैल तक देश में लॉक डाउन लगाया गया है. लॉक डाउन के कारण पशुपालकों के सामने उनके चारा और दूध की बिक्री की समस्या खड़ी हो गई है. आलम ये है कि चारा की किल्लत झेल रहे पशुपालकों को समुचित कीमत पर चोकर और पशु आहार भी नहीं मिल रहा है. वहीं, लॉक डाउन के कारण सबसे बड़ी समस्या दूध बिक्री की हो गई है. बाजारों में दुकान बंद होने के कारण पशुपालकों तक दूध कारोबारियों ने आना बंद कर दिया है.

पशुपालक परशुराम यादव ने बताया कि बाजारों की दुकानें बंद रहने के कारण दूध की बिक्री की समस्या बनी हुई है. पहले दूध कारोबारी हमलोगों का दूध लेकर बाजार की दुकानें और होटल में बेचकर हमलोगों को पैसा देने का काम करता था. लेकिन बाजार बंद होने के कारण वे लोग भी नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके चलते मवेशियों को दाना और चोकर देना कठिन हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि बताया कि इन दिनों लगन में दूध का फला-फूला कारोबार होता था. कोरोना के कारण आलम ये है कि दूध के खरीददारों के इंतजार में समय पार हो रहा है.

darbhanga
पशुओं को चराने ले जाते पशुपालक

दोहरी मार झेल रहे पशुपालक
वहीं, पशुपालक राम सेवक का कहना है कि लॉक डाउन के कारण उनपर दोहरी मार पड़ रही है. इस लॉक डाउन के कारण सबसे अधिक पशु के चारे की व्यवस्था करने में भी काफी परेशानियां हो रही है. जिनके पास खेती है, उनका तो काम चला रहा हैं. लेकिन बहुत सारे ऐसे पशुपालक हैं. जिनकी खेती नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें अधिक परेशानी हो रही है. पशुपालक ने कहा की सबसे बड़ी समस्या ये है की संक्रमण के भय से अधिकतर लोगों ने दूध लेना बंद कर दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.