दरभंगाः कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉक डाउन के कारण देश भर में आवागमन बंद है. साथ ही ई-कॉमर्स कंपनियों का कारोबार भी तकरीबन ठप है. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर सुदूर गांवों में रहने वाले लोग बेहद मुश्किल में हैं. ऐसे में भारतीय डाक आम लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है.
पोस्टमैन घर-घर जा करा रहे है पैसे की निकासी
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से डाकिये और डाक सेवक लोगों के घर जाकर आधार नंबर की सहायता से किसी भी बैंक से एक बार मे 10 हजार रुपये तक की निकासी करवा रहे हैं. डाकियों के पास हैंड सैनिटाइजर होता है. जिससे हाथ साफ करवाकर वे बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करवाते हैं. साथ ही सुदूर गांवों में फैले डाक घरों के नेटवर्क के माध्यम से बचत खाता धारियों को भी किसी भी रोक-टोक क पैसे निकासी करवाई जा रही है.
डाक विभाग सुदूर गांवों तक पहुंचा रहा है पार्सल
इतना ही नहीं जब बड़ी-बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों की सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है और कूरियर सेवा तकरीबन बंद है. तब भी डाक विभाग लोगों तक जरूरी सामान और दवाइयों के पार्सल शहर से लेकर सुदूर देहात तक पहुंचा रहा है. इससे लोगों को काफी सहूलियत हो रही है.
लॉक डाउन में अब तक करीब 1 करोड़ 65 लाख का ट्रांजेक्शन
दरभंगा डाक प्रमंडल के अधीक्षक यू.सी प्रसाद ने बताया कि लॉक डाउन पीरियड में अब तक जिले के आधार इनेबल्ड पोस्टल सर्विस (एईपीएस) सुविधा वाले 265 डाकघरों से करीब 500 लोगों के 15 लाख रुपये की निकासी कराई है. साथ ही सुदूर गांवों स्थित डाक घरों से करीब डेढ़ करोड़ का भुगतान किया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरी सामान और दवाइयों के लिए उनकी पार्सल सेवा शहरों से लेकर सुदूर गांवों तक किसी भी रोक-टोक के जारी है.