दरभंगा: जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर दरभंगा जिला में पदयात्रा कर रहे हैं. आज गुरुवार 28 दिसंबर को दरभंगा जिले में उनकी पदयात्रा समाप्त हो गयी. इस मौके पर मेडिकल ग्राउंड में प्रेसवार्ता कर नीतीश कुमार पर हमला किया. कहा कि नीतीश कुमार राजनेता के तौर पर और जदयू दल के तौर पर बहुत बड़ा बोझ हो गए हैं. जो भी उसे उठाने का प्रयास करेगा, वह उसके बोझ तले दब कर मर जाएगा.
"वह ताश के पत्तों की तरह नेताओं को ऊपर-नीचे करते रहते हैं. यही वजह है कि अपने 17 साल तक मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उन्होंने अपनी पार्टी में कोई सेकंड लाइन लीडरशिप बनाया ही नहीं. 2014 में उन्होंने हम पर दांव लगाया. हमको लेकर आए और घोषणा भी कर दिया कि यही हमारे उत्तराधिकारी हैं. जब नीतीश कुमार चुनाव जीत गए, तब उन्होंने सोचा कि कहीं प्रशांत किशोर बड़ा ना हो जाए, अब इसको हटाकर दूसरे को आगे बढ़ाओ."- प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज
प्रशांत किशोर का झलका दर्दः जदयू से दरकिनार करने के मलाल के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें बिल्कुल इस बात पर मलाल नहीं है. हम वो लोग नहीं हैं जो जीवन में किसी निर्णय पर मलाल करें. प्रशांत किशोर ने कहा कि आप अपने निर्णय और गलती के आधार पर सीख सकते हैं. उसे गलती से सीख कर आप आगे बढ़ सकते हैं. एक बार जब नीतीश कुमार ने धोखा किया, उसके बाद चाहे नीतीश कुमार 20 बार हमारे पास आए. कितनी बार बात कर ले, कितने संदेश भेजवा दें अब हमने कह दिया हम नीतीश कुमार के साथ नहीं जाएंगे.
जदयू में मचा है घमासानः बता दें कि इस वक्त बिहार का राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. शुक्रवार को दिल्ली में जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है. इस बात की चर्चा जोरों पर है कि ललन सिंह को अध्यक्ष पद पर से हटाया जा सकता है. वहीं एक चर्चा यह भी है कि जदयू में टूट हो सकता है. खुद नीतीश कुमार के एनडीए के साथ जाने की चर्चा है.
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