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Darbhanga News: DMCH के नाले में मिला नवजात का शव, बोले उपाधीक्षक- 'किसी बाहरी तत्व का काम' - Deputy Superintendent said work of an outsider

DMCH के नाले से एक नवजात का शव बरामद किया गया है. सबसे पहले नाले के पास से गुजर रही एक महिला की नजर पड़ी तो उसने नवजात का शव पानी में उपलाता हुआ देखा. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है.

Newborn body recovered from DMCH drain
Newborn body recovered from DMCH drain
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Published : Jun 9, 2023, 4:19 PM IST

Updated : Jun 9, 2023, 4:50 PM IST

दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH से कई ऐसे मामले सामने आते हैं जो लोगों को हैरानी में डाल देते हैं.दो महीने पहले इंसानी पैर कुत्ते के मुंह में था, जिसे देख सभी के होश उड़ गए थे. लापरवाही और इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला एक और मामला सामने आया है. दरअसल डीएमसीएच के गायनिक विभाग के ठीक सामने वाले नाले में शुक्रवार को एक नवजात का शव उपलाता हुआ देखा गया, जिसके बाद यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते नवजाव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई.

पढ़ें- Darbhanga News: DMCH में मानवता शर्मसार, मुंह में इंसानी पैर लेकर जाता दिखा कुत्ता, उपाधीक्षक ने झाड़ा पल्ला

डीएमसीएच के नाले से नवजात का शव बरामद: वहीं मौके पर मौजूद लोग तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे हैं. सबसे पहले नाले के पास से गुजर रही एक महिला की नजर पड़ी, जिसके बाद उक्त महिला ने आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी. इसी दौरान घटनास्थल पर मौजूद भीड़ में से किसी एक ने पुलिस के साथ अस्पताल प्रशासन को इसकी सूचना दी. बेता थाना की पुलिस जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची और शव को नाले से बाहर निकाला गया.

लोगों में गहरी नाराजगी: वहीं मौके पर मौजूद मालती देवी ने कहा कि यह दृश्य इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला है. वो कैसी मां थी जिसने 9 महीने अपने कोख में रख कर बच्चे को नाले में फेंक दिया. पालना नहीं था तो किसी को बच्चा दे देना चाहिए था.

"अगर बच्चा खत्म हो गया था तो उसका विधिवत अंतिम संस्कार करना चाहिए था. अगर पालने में किसी प्रकार की कठनाई थी तो किसी वैसे को दे देना चाहिए था जिसकी गोद अभी तक सुनी है. ऐसे में दोनों घर आबाद हो जाता."- मालती देवी, राहगीर

'कहीं बाहर से लाकर शव फेंका गया': वहीं अस्पताल उपाधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि मुझे भी सूचना मिली है कि नाले में एक शव तैर रहा है. यह हमारे यहां का बायो मेडिकल वेस्ट नहीं है. हॉस्पिटल का बायो मेडिकल वेस्ट को अलग से उसे पॉलिथीन में पैक करके रख दिया जाता है.

"एजेंसी यहां से पॉलिथीन में बंद मेडिकल वेस्ट ले जाती है और डिस्पोज करती है. यह काम किसी बाहरी तत्वों का लगता है. कहीं बाहर से लाकर शव को यहां फेंक दिया गया होगा. अब नियमित रूप से इसकी देखरेख की जाएगी."- हरेंद्र कुमार,अस्पताल उपाधीक्षक

पर्याप्त गार्ड की नहीं उपलब्धता: आगे उपाधीक्षक ने कहा कि इस तरह का मामला संज्ञान में आया है. तत्काल शव को वहां से उठाकर निर्धारित जगह पर रखा जा रहा है ताकि एजेंसी के द्वारा इसका डिस्पोजल किया जा सके. वहीं आगे पूछने पर कि गार्ड को क्यों नहीं ध्यान रखने को कहा जाता है तो इस पर उन्होंने कहा कि गार्ड की इतनी उपलब्धता हमारे पास नहीं है कि सब जगह पर ध्यान रखा जाए. फिर भी हम कोशिश करेंगे कि आगे से ऐसा ना हो.

दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH से कई ऐसे मामले सामने आते हैं जो लोगों को हैरानी में डाल देते हैं.दो महीने पहले इंसानी पैर कुत्ते के मुंह में था, जिसे देख सभी के होश उड़ गए थे. लापरवाही और इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला एक और मामला सामने आया है. दरअसल डीएमसीएच के गायनिक विभाग के ठीक सामने वाले नाले में शुक्रवार को एक नवजात का शव उपलाता हुआ देखा गया, जिसके बाद यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते नवजाव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई.

पढ़ें- Darbhanga News: DMCH में मानवता शर्मसार, मुंह में इंसानी पैर लेकर जाता दिखा कुत्ता, उपाधीक्षक ने झाड़ा पल्ला

डीएमसीएच के नाले से नवजात का शव बरामद: वहीं मौके पर मौजूद लोग तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे हैं. सबसे पहले नाले के पास से गुजर रही एक महिला की नजर पड़ी, जिसके बाद उक्त महिला ने आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी. इसी दौरान घटनास्थल पर मौजूद भीड़ में से किसी एक ने पुलिस के साथ अस्पताल प्रशासन को इसकी सूचना दी. बेता थाना की पुलिस जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची और शव को नाले से बाहर निकाला गया.

लोगों में गहरी नाराजगी: वहीं मौके पर मौजूद मालती देवी ने कहा कि यह दृश्य इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला है. वो कैसी मां थी जिसने 9 महीने अपने कोख में रख कर बच्चे को नाले में फेंक दिया. पालना नहीं था तो किसी को बच्चा दे देना चाहिए था.

"अगर बच्चा खत्म हो गया था तो उसका विधिवत अंतिम संस्कार करना चाहिए था. अगर पालने में किसी प्रकार की कठनाई थी तो किसी वैसे को दे देना चाहिए था जिसकी गोद अभी तक सुनी है. ऐसे में दोनों घर आबाद हो जाता."- मालती देवी, राहगीर

'कहीं बाहर से लाकर शव फेंका गया': वहीं अस्पताल उपाधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि मुझे भी सूचना मिली है कि नाले में एक शव तैर रहा है. यह हमारे यहां का बायो मेडिकल वेस्ट नहीं है. हॉस्पिटल का बायो मेडिकल वेस्ट को अलग से उसे पॉलिथीन में पैक करके रख दिया जाता है.

"एजेंसी यहां से पॉलिथीन में बंद मेडिकल वेस्ट ले जाती है और डिस्पोज करती है. यह काम किसी बाहरी तत्वों का लगता है. कहीं बाहर से लाकर शव को यहां फेंक दिया गया होगा. अब नियमित रूप से इसकी देखरेख की जाएगी."- हरेंद्र कुमार,अस्पताल उपाधीक्षक

पर्याप्त गार्ड की नहीं उपलब्धता: आगे उपाधीक्षक ने कहा कि इस तरह का मामला संज्ञान में आया है. तत्काल शव को वहां से उठाकर निर्धारित जगह पर रखा जा रहा है ताकि एजेंसी के द्वारा इसका डिस्पोजल किया जा सके. वहीं आगे पूछने पर कि गार्ड को क्यों नहीं ध्यान रखने को कहा जाता है तो इस पर उन्होंने कहा कि गार्ड की इतनी उपलब्धता हमारे पास नहीं है कि सब जगह पर ध्यान रखा जाए. फिर भी हम कोशिश करेंगे कि आगे से ऐसा ना हो.

Last Updated : Jun 9, 2023, 4:50 PM IST

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