दरभंगा: सांस्कृतिक संस्था 'राष्ट्रीय रंगलोक' की ओर से 11 दिवसीय आम्रपाली रंग महोत्सव का आयोजन मुजफ्फरपुर के जिला स्कूल मैदान में 23 जनवरी से दो फरवरी तक होगा. इसमें देश के 11 राज्यों के अलावा कई दूसरे देशों के रंगकर्मी अपने नाटकों की प्रस्तुति देंगे.
इनमें संजय उपाध्याय का 'बिदेसिया', राजेंद्र सिंह का 'निराला', परवेज अख्तर का 'बापू' और प्रकाश बंधु का नाटक 'मलाह टोली' खास है. इस अवसर पर 'थियेटर यूनिट' दरभंगा के जनवादी बैंड 'रिबेलियन' की लांचिंग भी होगी. रिबेलियन के कलाकारों ने मीडिया के सामने बैंड की प्रस्तुति की एक छोटी झलक भी दिखाई.
समाज में जाता है सकारात्मक संदेश
राष्ट्रीय रंगलोक संस्था के प्रतिनिधि राजीव रंजन ने बताया कि 11 दिवसीय आम्रपाली नाट्य महोत्सव बिहार में आयोजित होने वाला अब तक का सबसे बड़ा और लंबा महोत्सव होगा. इसका उद्देश्य रंगमंच और नाटकों के प्रति कम हो रही लोगों की रुचि को बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि नाटक न सिर्फ मनोरंजन करते हैं बल्कि ये हमारी सांस्कृतिक पहचान भी हैं. इनसे समाज में सकारात्मक संदेश जाता है.
रंग महोत्सव में लांच होगा बिहार का पहला जनवादी बैंड
थियेटर यूनिट दरभंगा से जुड़े नाट्य निर्देशक प्रकाश बंधु ने बताया कि रंग महोत्सव में बिहार के पहले जनवादी बैंड 'रिबेलियन' की लांचिंग भी होगी. यह बैंड दरभंगा के कलाकारों ने बनाया है. जिसके संगीत निर्देशक अतुल नरेंद्र हैं. इसमें बिहार के लोक कलाकारों से लेकर देश और दुनिया के विद्रोही और जनवादी रचनाकारों की कविताओं और गीतों को स्थान दिया गया है.